- आईपीडीएस योजना के 1490 करोड़ की बंदरबांट का लगाया आरोप

-त्योहारी सीजन पर बिजली कटौती पर जताई नाराजगी

Meerut: त्योहारी सीजन में हो रही बिजली की कटौती से शहर में हाय तौबा मची है। शनिवार को भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं का कहना था कि नवरात्र, दशहरा व दिवाली हिन्दुओं के मुख्य त्योहार होते हैं। ऐसे में बिजली न आने से शहरवासियों में भारी रोष है।

बिजली कटौती बर्दाश्त से परे

शनिवार को भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक विनीत शारदा अग्रवाल के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता ऊर्जा भवन पहुंचे। दफ्तर में पीवीवीएनएल एमडी के ना मिलने पर कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर मौके पर मौजूद डायरेक्टर टेक्नीकल अनिल मित्तल ने लोगों का समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया। भाजपा नेता विनीत ने डायरेक्टर को बताया कि त्योहारी सीजन पर बिजली की कटौती हिन्दु जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।

घपले का आरोप

भाजपा नेता विनीत शारदा ने आरोप लगाया कि शहरी क्षेत्रों को विकास के लिए केन्द्र सरकर ने आईपीडीएस योजना के अंतर्गत पश्चिमांचल को 1470 करोड़ रुपए दिए थे। विभाग ने अभी तक इस पैसे को शहर के विकास में खर्च नहीं किया गया। इसके विपरीत विभाग इस पैसे को ठिकाने लगाने में लगा है। आरोप था कि केन्द्र सरकार बिजली उपलब्धता को लेकर तमाम योजनाएं चला रही है, लेकिन विभाग की शिथिलता के आगे सारे परिणाम शून्य हैं।

प्रदेश गया पीछे

आक्रोशित भाजपाइयों ने पश्चिमांचल के अफसरों को लालटेन सौंप का विरोध जताया। नेताओं ने कहा कि यूपी सरकार ने प्रदेश को सौ साल पीछे धकेल दिया है और सौ साल पहले बिजली के स्थान पर लालटेन जलती थी। इसलिए एमडी, चेयरमैन और मुख्यमंत्री को लालटेन जलानी चाहिए। इस मौके पर व्यापारी नेता रजनीश कौशल, प्रदीप रायजादा, उमेश अग्रवाल व महेश शर्मा आदि मौजूद रहे।