मेरठ ब्यूरो। कैंट बोर्ड में सीबीआई का छापा, कैंट बोर्ड में गुरूवार की सुबह सीबीआई ने छापा मारा है। सीबीआई के छापे से बोर्ड के स्टाफ में हड़कंप मच गया। वहां अफरा-तफरी फैल गई। बता दे कि कई दिन से सीबीआई के छापे की आहट सुनाई दे रही थी। सीबीआई की इस कार्रवाई से कैंट बोर्ड के कुछ सेक्शन के स्टाफ की मुश्किलें बढऩी तय मानी जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार छापे से पूर्व सीबीआई ने नोटिस दिया था। कुछ माह पूर्व डायरेक्टर मध्य कमान डॉ।डीएन यादव द्वारा मेरठ में दो दिनी प्रवास के दौरान कैंट बोर्ड के तमाम अनुभागों पर लगाए गए आरोपों की जांच के बाद तैयार की गई रिपोर्ट को आधार बनाकर सीबीआई ने मेरठ कैंट बोर्ड प्रशासन को नोटिस भेजा था। दरअसल कुछ माह पूर्व डायरेक्ट मध्य कमान पीडी के आदेश पर रक्षा मंत्रालय की ओर से भेजी गई शिकायतों की लंबी फेरिस्त की जांच को मेरठ पहुंचे थे। दरअसल रक्षा मंत्रालय में मेरठ कैंट बोर्ड के विभिन्न अनुभाग या सेक्शन से जुड़े अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। अपने प्रवास के दौरान डॉ।डीएन यादव अनेक स्थानों पर मौके पर निरीक्षण को भी पहुंचे थे। उस दौरान सबसे ज्यादा जो मामला चर्चित हुआ था उसमें बाउंड्री रोड स्थित बंगला 22 बी में होटल 22 बी का बन जाना तथा उस होटल को ट्रेड लाइसेंस का जारी कर दिया जाना था। ऐसे ही कई अन्य मामलों की शिकायत जिसे रक्षा मंत्रालय को भेजा गया था, उनकी जांच डॉ। डीएन यादव ने की थी।

अवैध कब्जों को लेकर भी है मामले

इसके अलावा मछेरान के जिस पार्क से डॉ।डीएन यादव ने अपने कार्यकाल में अवैध कब्जे हटवाए थे, वहां दोबारा अवैध कब्जों का हो जाना। ऐसे ही कई अन्य मामलों जिसमें ज्यादातर अवैध निर्माण शामिल हैं, की जांच कर रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी थी। इसके अलावा बीते दिनों कैंट बोर्ड मेरठ के सेनिटेशन सेक्शन के भर्ती घोटाले में एक सुपरवाइजर की गिरफ्तारी के बाद इस बात की आशंका व्यक्त की गई थी कि जो जांच डॉ। डीएन यादव ने की है तथा जिसकी रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय को पीडी मध्यम मकान ने भेजी है, भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के अफसर डॉ। डीएन यादव की उस जांच रिपोर्ट का संज्ञान ले सकती है।

सड़कों की भी जांच का है मामला

कैंट बोर्ड रोड निर्माण की जांच, छावनी क्षेत्र में बनाई गई सड़कों की जांच के लिए मध्य कमान लखनऊ के पीडी के आदेश पर डायरेक्ट सत्यनारायण मेरठ कैंट बोर्ड पहुंचे हैं। सूत्रों ने जानकारी दी है कि एक भारी भरकम रकम से पिछले दिनों जो सड़कें छावनी क्षेत्र में बनवाई गई है। उनमें से कई सड़कें बनने के बाद बुरी तरह से उधड़ गई हैं। जानकारों की मानें तो इस निर्माण को लेकर कुछ गंभीर शिकायतें वाया रक्षा मंत्रालय भारत को भेजी गई हैं। इन शिकायतों के साथ कुछ बड़े जन प्रतिनिधियों के पत्र भी नत्थी किए गए हैं। जिसके बाद रक्षा मंत्रालय ने पीडी मध्य कमान लखनऊ को उक्त शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट भेजने व कृत कार्रवाई से अवगत कराए जाने के निर्देश दिए। माना जा रहा है कि उसी शिकायत के क्रम में मध्यम कमान से डायरेक्टर सत्य नारायण कैंट बोर्ड मेरठ पहुंचे हैं। उनका आगमन एक दिन पहले यानि बुधवार को बताया गया है। जानकारी मिली है कि बीते दो दिन से कैंट बोर्ड के सीईओ भी आफिस नहीं आ रहे हैं। उनके न आने को लेकर कोई अपडेट नहीं मिल सका है। सीईओ ज्योति कुमार से जब इस बारे में बात की गई तो उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।