शहीद स्मारक में शताब्दी समारोह का आयोजन, प्रभात फेरी निकाली

स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों व उनके परिजनों को सम्मानित किया गया

न दे दौलत, न दे शोहरत, कोई शिकवा नहीं,

बस भारत मां की संतान बना देना,

हो जाऊं शहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना

Meerut । यकीनन ये पंक्तियां आजादी के रणबांकुरों बिल्कुल मुफीद बैठती है। स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणादायी जनक्रांति चौरी चौरा आंदोलन के शताब्दी पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर शहीद स्मारक पर शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें स्वतंत्रा सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया गया। जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों ने राष्ट्रगीत गायन में हिस्सा लिया। इसके साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी के उद्बोधन का लाइव प्रसारण भी किया गया। राज्यपाल भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से कार्यक्रम में शामिल रहीं।

शहीदों को किया नमन

गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में विधायक मेरठ कैंट सत्य प्रकाश अग्रवाल, कमिश्नर और डीएम ने शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित करते हुए शहीदों को नमन किया। कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने कहा कि वर्ष 1857 में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन मेरठ की धरती से प्रारंभ हुआ। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ। इसके मध्य अनेको महत्वपूर्ण घटनाएं व आंदोलन हुए, जिसमें चौरी चौरा आंदोलन अपने आप में महत्वपूर्ण है।

एक साल चलेगा शताब्दी समारोह

जिलाधिकारी के। बालाजी ने जनप्रतिनिधियो, स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों व उनके परिजनों, आमजन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मई में मई दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 04 फरवरी 2022 तक चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि चौरी चौरा आंदोलन 04 फरवरी 1922 को हुआ था। मुख्य विकास

सम्मानित किया गया

अधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सैनानी वेद पाल, अमर नाथ गुप्ता व स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के परिजनो में दिनेश चन्द्र जैन, राजीव कुमार गर्ग, रामरतन रस्तौगी, दिपेन्द्र कुमार जैन, भूदेव शर्मा, एस.सी। कोठारी, प्रेमलता दीवान, नीता शर्मा, साजिद, रमेष चन्द्र, कृष्णा कालरा, महेश कुमार गुप्ता, सुखवीर सिंह, विमल किषोर, उदयवीर, इंदु कपूर, मनीष कुमार वर्मा को शॉल व पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। स्वतंत्रता संग्राम सैनानियो के आश्रितो में श्रीमती महेन्द्र कुमारी, श्रीमती मनभरी, श्रीमती सरोज देवी, श्रीमती चन्द्रवती को भी शॉल व पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।

शहीदों के परिजन सम्मानित

मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि कार्यक्रम में वीर चक्र, कीíत चक्र से सम्मानित शहीदों की वीर नारियों को सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालो में वर्ष 2000 में मरणोपरान्त वीर चक्र से सम्मानित सीएचएम यशवीर सिंह की धर्मपत्नी/वीर नारी श्रीमती मुनेश देवी, वर्ष 1987 में मरणोपरान्त कीíत चक्र से सम्मानित सैपर अजमेर अली की धर्मपत्नी/वीर नारी अबरीशा खातून, वर्ष 2002 में मरणोपरान्त कीíत चक्र से सम्मानित लांस नायक सोहनवीर की धर्मपत्नी/वीर नारी प्रभा देवी, वर्ष 1993 में मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित सिपाही देवेन्द्र कुमार की धर्मपत्नी/वीर नारी श्रीमती सुनीता देवी व वर्ष 2003 में मरणोपरान्त शौर्य चक्र से सम्मानित नायक अनिल कुमार की धर्मपत्नी/वीर नारी सविता देवी को शॉल व पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। इससे पहले शहर में प्रभातफेरी निकाली गई और कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।