-चोक पड़े सीवेज और बदहाली से गुस्साए लोगों ने एमडीए को कोसा

-ओटीएस योजना चलाए जाने की रखी मांग, सचिव का आश्वासन

Meerut: एमडीए के ब्याज से तंगहाल शताब्दी नगर योजना के आवंटियों ने सोमवार को एमडीए दफ्तर का घेराव किया। आवंटियों का आरोप था कि प्राधिकरण ने उनके मकानों की कीमत से भी अधिक ब्याज के नोटिस उनको भेज दिए हैं। आवंटियों ने एमडीए सचिव से मिलकर एकमुश्त समाधान योजना शुरू करने की मांग रखी।

तीन हजार लोगों पर ब्याज की मार

एमडीए की गंगानगर, शताब्दी नगर, वेदव्यासपुरी और लोहियानगर में दुर्बल और अल्प आय वर्ग के लोगों को आवंटित किए गए भवनों पर एमडीए ने ब्याज लगाकर नोटिस चस्पा करा दिए थे। इस बात से गुस्साए आवंटियों ने अक्टूबर ख्0क्ब् में कमिश्नरी पर आठ दिवसीय धरना भी दिया था, जिस पर एमडीए ने मामला निपटाने का आश्वास न दिया था। एमडीए दफ्तर पहुंचे लोगों ने बताया कि आठ माह बाद भी एमडीए की ओर से ब्याज को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है। मेरठ नागरिक अधिकार मंच के संयोजक पंकज शर्मा ने बताया कि एमडीए ने लगभग तीन हजार लोगों पर उनके मकानों की कीमत से बीस फीसदी अधिक कीमत का ब्याज लगाकर नोटिस चस्पा कर दिया था, जिसका अभी तक कोई समाधान नहीं किया। उन्होंने प्राधिकरण सचिव सौम्य श्रीवास्तव से मिलकर ओटीएस योजना शुरू करने की मांग रखी।

बदहाली का शिकार योजना

मेरठ नागरिक अधिकार मंच के बैनर तले पहुंचे लोगों ने सचिव से बताया कि शताब्दी नगर की ब्सी और ब्सीई पॉकेट में सीवेज चोक, बिजली और पानी का भारी समस्या है। लोगों का आरोप है कि एमडीए की कर्मचारी भी वहां सफाई करने नहीं जाते। इस एमडीए सचिव ने जल्द ही सफाई व्यवस्था दुरूस्त कराने का आश्वास दिया है। इस मौके पर चरण सिंह, पूर्ण चंद गोयल, शाहनवाज, सुभाष पांडे, पवन देवी, तारा देवी व रीना गुप्ता आदि मौजूद रहे।