स्वच्छता को देखते हुए शासन ने जारी किए सस्ते नैपकिन

महिलाओं को मिलेगी बेहतर सुविधा

Meerut। महंगे सेनेट्री नैपकिन से तंग आ चुकी महिलाओं के लिए सरकार ने 2.50 रुपये की लागत वाला सेनेट्री नैपकिन लांच कर दिया है। सुविधा नाम का यह नैपकिन 4 की पैकिंग में 10 रुपये में जनऔषिध केंद्रों पर उपलब्ध है। खास बात यह है कि सोमवार को ही केंद्रों पर पहुंचे इन नैपकिन की डिमांड काफी ज्यादा दिखाई दे रही है।

पर्यावरण को नुकसान नहीं

इस नैपकिन को तैयार करवाने में शासन को 4 से 5 महीने का समय लगा है। खास तौर से ऑक्सो-बायोडीग्रेडेबल तकनीक से तैयार यह नैपकिन पूरी तरह से ईको फ्रेंडली है। प्लास्टिक और पॉलीमर के साथ इसमें प्री-डीग्रेडेंट मिलाया गया है, जिसकी वजह से यह तीन से चार महीने में ही गल जाएंगे। इससे पर्यावरण को भी किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा। वहीं ऑक्सीजन के अलावा किसी दूसरे तत्व के संपर्क में आने पर यह और तेजी से गलना शुरु होगा जबकि आम सेनेटरी नैपकिन में प्लास्टिक की मात्रा ज्यादा होने की वजह से उन्हें प्राकृतिक तौर पर गलने में कई साल तक लग जाते हैं।

यह है स्थिति

नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस) 2015-16 के रिपोर्ट के अनुसार 15 से 24 वर्ष के उम्र की 58 प्रतिशत महिलाएं लोकल नैपकिन का इस्तेमाल करती हैं।

शहर में भी 74 प्रतिशत महिलाओं को ही हाइजेनिक नैपकिन उपलब्ध हो पाता है।

लोकल नैपकिन और क्लॉथ का प्रयोग करने से स्वच्छता, हाईजीन नहीं होती जिसकी वजह से महिलाओं को कई प्रकार के इंफेक्शन व कैंसर तक का सामना करना पड़ता है।

इनका है कहना

हमारे यहां यह नैपकिन आ गए हैं। सस्ता और सेफ होने की वजह से पहले ही दिन 20 से 30 पैकेट की डिमांड आ गई हैं।

सचिन गुप्ता, संचालक, जनऔषधि केंद्र

जानकारी न होने की वजह से आज भी कई जगहों पर बेहतर नैपकिन उपलब्ध नहीं हैं, जिसकी वजह से महिलाओं को तमाम तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। यह सरकार की अच्छी पहल हैं।

डा। नीरा तोमर

आज भी कई बेहतर सेनेट्री नैपकिन न मिलने की वजह से आज भी कई जगह महिलाएं पिछड़ रही हैं। उन्हें तमाम बीमारियों का शिकार होना पड़ता है। इस योजना से स्थिति में सुधार होगा। कल्पना पांडे