रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन हफ्तों के मुकाबले इस हफ्ते मरीजों की संख्या बढ़ी
1931 केस मिले हैं पिछले तीन हफ्तों में
773 केस नवंबर में मिले हैं सबसे अधिक
675 मरीज थे अक्टूबर के अंतिम हफ्ते में
हफ्ते भर में संक्रमित मरीज मिलने का आंकड़ा बढ़ा, 773 केस नवंबर में मिले
स्वास्थ्य विभाग की आशंका, यही स्थिति रही तो आंकड़ा दोगुनी स्पीड से बढ़ सकता है
त्योहारों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी जारी किया अलर्ट
Meerut। त्योहारों का सीजन आते ही लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की अनदेखी शुरू कर दी। जिसकी वजह से संक्रमण ने एक बार फिर रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। ये खुलासा स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के आंकड़ों के हिसाब से पिछले तीन हफ्तों के मुकाबले इस हफ्ते मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। विभागाधिकारियों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो आंकड़ा दोगुनी स्पीड से बढ़ सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिला पहले ही हाई अलर्ट मोड पर है। ऐसे में वायरस का प्रकोप बढ़ने की पूरी संभावना है। सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का उल्लंघन इसका सबसे बड़ा कारण है।
ये है आंकड़ों का समीकरण
स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेली टेस्टिंग के आधार पर मरीजों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन हफ्तों में 1931 केस मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 773 केस नवंबर में मिले हैं। जबकि अक्टूबर के अंतिम हफ्ते में ये आंकड़ा 675 था। इससे पहले हफ्ते में मात्र 581 केस ही सामने आए थे।
ये हैं आंकड़े
1 नवंबर से 6 नवंबर
1 नवंबर - 108
2 नवंबर - 137
3 नवंबर - 153
4 नवंबर - 138
5 नवंबर - 143
6 नवंबर - 94
26 अक्टूबर से 31 अक्टूबर
26 अक्टूबर - 106
27 अक्टूबर - 79
28 अक्टूबर - 128
29 अक्टूबर - 104
30 अक्टूबर - 136
31 अक्टूबर - 122
21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर
25 अक्टूबर - 89
24 अक्टूबर - 88
23 अक्टूबर - 87
22 अक्टूबर - 94
21 अक्टूबर - 125
20 अक्टूबर - 98
दूसरी वेव का खतरा
कोविड-19 की दूसरी वेव को लेकर शासन की ओर से पहले ही व्यापक स्तर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सर्दियों के साथ ही त्योहार और पॉल्यूशन की वजह से वायरस के प्रसार की संभावनाएं लगातार जताई जा रही है। इसके बावजूद जिले में लोगों ने कोविड-19 की गाइडलाइन की अनदेखी सिरे से शुरू कर दी है। बाजारों में भीड़ बढ़ने के साथ ही दुकानों पर छह फीट का फासला भी कहीं नजर नहीं आ रहा है। कोरोना के बढ़ते केसों के पीछे लोगों की लापरवाही और ताक पर रखें नियम बड़ी वजह बन रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। बचाव के नियमों का भी पूरी तरह से पालन नहीं हो रहा है। एक्सपोजर ज्यादा होने के चलते मरीजों की संख्या भी अब तेजी से बढ़ी है।
इन नियम का करना होगा पालन
मास्क पहने में लापरवाही न करें ताकि खांसने-छींकने से निकली ड्रॉपलेट इधर-ऊधर न गिरें।
मास्क उपलब्ध न हो तो साफ रुमाल का इस्तेमाल करें।
हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
अगर फ्लू के साधारण लक्षण दिखते हैं तो खुद को हवादार कमरे में आइसोलेट कर लें। अन्य लोगों से न मिलें।
घर के कम से कम सदस्यों के संपर्क में रहने के साथ ही सबसे दूरी बनाएं।
एल्कोहल बेस्ड साबुन से लगातार 20 से 40 सेकेंड तक हाथ धोते रहें।
बाजार में भी दूरी के नियमों का पालन करें और भीड़-भाड़ से बचें।
सांस फूलने या तेज बुखार होने पर स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर या हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
विटामिन-सी युक्त चीजों का सेवन करें।
योग व एक्सरसाइज जरूर करें। सुबह-शाम छत पर टहलें, धूप सेंके।
छोटे बच्चों को अलग रखने के साथ ही उनका खास ख्याल रखें।
सीजन बदल रहा है। हवा में अब नमी बढ़ने लगी है। इससे वायरस का प्रसार बहुत तेजी से होता है। लोगों को चाहिए कि लापरवाही न बरतें। तय दूरी रखकर अपने कार्यो को पूरा करें। सावधानी बरतकर ही इससे बचाव किया जा सकता है।
डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ