डीएम ने रात किया मेडिकल कालेज का निरीक्षण

Meerut। कोरोना वायरस तबाही मचाने लगा है। शनिवार को रिकार्ड 716 मरीज मिले हैं, वहीं मेरठ के पांच मरीजों की जान चली गई है। अस्पतालों में बेड फुल होते जा रहे हैं। आपात स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी के बालाजी ने मेडिकल कालेज में देर रात डाक्टरों के साथ मीटिंग की।

10012 सैंपलों की जांच

सíवलांस अधिकारी डा। अशोक तालियान ने बताया कि शनिवार को 10012 सैंपलों की जांच की, जिसमें 716 में वायरस की पुष्टि हुई है। जिले में संक्रमण की दर पहली बार 7.15 प्रतिशत तक पहुंच गई है। आरटी-पीसीआर टेस्ट में पाजिटिविटी रेट दस प्रतिशत से ज्यादा दर्ज किया गया है। लगातार तीसरे दिन पांचसौ से ज्यादा मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हलचल तेज हो गई है। कांटैक्ट ट्रेसिंग के साथ ही संक्रमण को रोकने के लिए सíवलांस बढ़ाया जा रहा है। सीएमओ डा .अखिलेश मोहन ने बताया कि 1650 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जा रहा है। मेडिकल कालेज में भर्ती मेरठ के मेथाना निवासी 45 साल व माधवपुरम निवासी 46 साल के मरीज की मौत हुई है। वहीं कंकरखेड़ा निवासी 32 साल के युवक, नेहरूनगर निवासी 60 साल के मरीज और सैनिक कालोनी कंकरखेड़ा निवासी 58 साल की महिला की मौत हो गई है।

आयुष्मान वार्ड भी फुल

प्राचार्य डा। ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज का कोविड वार्ड मरीजों से भर गया है। रात में मरीजों की संख्या बढ़ने पर पुरानी बिल्डिंग से 15 बेड मंगाकर लगाना पडा। आयुष्मान वार्ड को कोविड वार्ड में कन्वर्ट कर दिया गया है। यहां पर तीस कोविड बेड हैं। सभी बेडों को आक्सीजन आपूर्ति से जोड़ा गया है। जहां पाइप लाइन नहीं है, वहां आक्सीजन के सिलेंडर रखे गए हैं। जिलाधिकारी ने देर रात मेडिकल कालेज में पहुंचकर प्राचार्य, कोविड वार्ड प्रभारी एवं अन्य विभागाध्यक्षों के साथ आपात मीटिंग की। चिकित्साधीक्षक डा। तरुणपाल ने बताया कि बीते 24 घंटे में दस मरीजों की मौत हुई है, जिसमें पांच मेरठ के, तीन बुलंदशहर, एक-एक बागपत एवं गाजियाबाद के मरीज हैं। रोजाना 25-30 मरीजों को रेमिडेसेवीर दी जा रही है। इसकी सौ डोज बची हुई है।