मेरठ ब्यूरो। आगामी 22 जनवरी 2024 दिन सोमवार देश के इतिहास में एक गौरवशाली दिवस के रूप में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा और इस दिन की गाथा सालों तक सुनाई जाती रहेगी। राम मंदिर आंदोलन का एक लंबा इतिहास रहा है जो सपना अब साकार होने जा रहा है। जनवरी 1987 में दूरदर्शन पर 78 एपिसोड में रामानंद सागर के रामायण सीरियल ने देश को राममय बना दिया था। ऐसे में अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, शहर राममय होता जा रहा है। शहर के बाजारों में भी रामभक्ति का असर दिखने लगा है। इसके चलते शहर के बाजारों में राम जी से जुड़ी सामग्री की बाजार में मांग में तेजी आ गई है। राम जी के झंडे, साहित्य, पूजन सामग्री, तस्वीरें और रामकथा आयोजन की भव्य तैयारी होने जा रही है। दुकानदारों ने राम से जुड़ी सामग्री को फ्रंट में रखना शुरू कर दिया है।

श्रीराम की तस्वीरों की बढ़ी डिमांड

रामजी के पोस्टर, चित्र, फोटो फ्र म, अयोध्या में राममंदिर के चित्रों की बाजार में मांग है। बाजार में रामजी से जुड़े चित्र जैसे रामदरबार, अयोध्या में राममंदिर के चित्र, छोटे से बड़े चित्रों की मांग अधिक हो गई है। वैसे रामनवमी पर इन चित्रों की मांग होती है, पर इस बार जनवरी में मांग में एकाएक बढ़ोतरी हो गई है। उदाहरण के लिए पहले महीने में पांच तस्वीर बिकती थी, अब इनकी संख्या बढ़कर 20 हो गई है। वहीं अयोध्या मंदिर के मॉडल की डिमांड भी बाजार में आ गई है। इसके चलते बाजार में प्लास्टिक, पीतल, मैटल के बने मॉडल जमकर बिक रहे हैं। मॉडल में राम जन्मभूमि स्थल पर निर्माणाधीन भव्य मंदिर के डिजाइन को दर्शाया गया है। राम मंदिर के अलावा गदा, त्रिशूल, शंख और घंटों की मांग बढ़ी है। झंडे की मांग में आई तेजी वहीं शहर के बाजारों में धार्मिक ध्वज पताकाओं का बाजार भी इन दिनों गर्म हो चुका है। व्यापारियों का कहना है कि सामान्यत: रामजी अंकित ध्वज बिकते हैं, लेकिन अभी कुछ मांग अधिक हो गई है और लगातार मांग बढ़ती जा रही है। इसके अलावा जय श्री राम नाम का पटका बहुत अधिक डिमांड में आ गया है।

राम साहित्य की बढ़ी मांग

दुकानों पर भी रामजी से जुड़े साहित्य की मांग भी अधिक है। अयोध्या राम मंदिर निर्माण के चलते बाजार में रामायण, रामचरित मानस समेत राम रक्षास्रोत, मनका रामायण 108, राम चालीसा आदि की मांग में एकाएक बढ़ गई है। इसके अलावा हनुमान चालीसा की मांग ज्यादा ही है। धार्मिक पुस्तकों की दुकानों पर भी रामजी से जुड़े साहित्य की मांग ज्यादा है।

गिफ्ट में दे रहे चांदी की मूर्तियां

सोने में श्रीराम की मूर्ति, राम दरबार की मूर्ति के पेंडेंट की मांग है। चांदी के राम दरबार, भगवान श्रीराम की मूर्तियां आ रही हैं। पेंडेंट 15 हजार रुपये से शुरू हो रहा है। चांदी के राम दरबार दो सौ ग्राम से शुरू है और एक किलो तक के राम दरबार हैं। एमरल्ड के 15 हजार रुपये के चांदी के रामदरबार हैं। दिल्ली से यह तैयार मिल रहे हैं। मूर्तियां गिफ्ट में ही जा रही हैं। मूर्तियों में भगवान राम के साथ माता सीताजी की मूर्ति भी पसंद की जा रही है।

राम मंदिर के साथ साथ राम जी के चित्र, पोस्टर, झंडे और पटके की डिमांड बहुत बढ़ गई है। राम मंदिर के मॉडल तो आते ही बिक रहे हैं।

- सागर शर्मा, ब्रजवासी एम्पोरियम

रामचरित मानस, रामायण, हनुमान चालीसा, राम भवन की सीडी इन सबकी डिमांड इन दिनों बढ़ गई है। राम चरित मानस की कॉपियां बढ़ा दी गई है। -

संजीव, पूजन सामग्री केंद्र

राम जी की दो फुट तक की मूर्तियों की डिमांड इस समय बढ़ गई है। खासतौर पर हाथ में धनुष लिए मूर्ति, साथ ही मंदिर में रखने के लिए छोटी मूर्ति डिमांड में हैं।

- कुलदीप चौहान, मूर्ति व्यापारी

राम जी की चांदी की मूर्तियां, सिक्के आदि की डिमांड बतौर गिफ्ट देने के लिए इन दिनों बढ़ गई है। छोटे चांदी व सोने की राम मंदिर के भी आर्डर आ रहे हैं।

- मनोज गर्ग, ज्वैलर