- नियम अनुसार नहीं जांच सकते हैं डीएचई कॉपियां

- रोजाना आने के डीएचई को मिलते हैं 300 रुपए

Meerut। यूपी बोर्ड मूल्यांकन में डीएचई बड़ा खेल कर रहे हैं। एग्जामनर की जगह डीएचई ज्यादा कॉपियां चेक कर रहे हैं, जबकि नियमानुसार डीएचई का कॉपी चेक करना नहीं है। इसके बावजूद भी वह अपने पैसे बनाने के चक्कर में कॉपियों का मूल्यांकन कर रहे हैं।

जांच रहे हैं कॉपियां

यूपी बोर्ड का मूल्यांकन शुरू हुए छह दिन हो चुके हैं। हाईस्कूल व इंटर की कॉपियों को चेक करने के लिए हर सेंटर पर पांच सौ से ऊपर एग्जामनर लगाए गए हैं। इसके बावजूद भी अधिकतर ग्रुप के डिप्टी हेड ऑफ एग्जामनर लगातार कॉपियों का मूल्यांकन कर रहे हैं। कुछ एग्जामनर का कहना है कि उनके ग्रुप के डीएचई अपने सारे काम उनसे करवाते हैं और बदले में खुद कॉपियां चेक करते हैं।

जांच सकते हैं मॉडल कॉपियां

अगर हम नियम पर जाए तो डीएचई केवल 20 कॉपियां मॉडल कॉपी के तौर पर ही चेक कर सकते हैं। डीएचई को पर डे के हिसाब से 300 रुपए मूल्यांकन कार्य के लिए दिए जाते हैं। जिसमें डीएचई को ओएमआर शीट भरना, कॉपियों के बंडल को इकट्ठा करना और कॉपियों को जमा करना , सिग्नेचर करना आदि बहुत सारे काम होते हैं। लेकिन डीएचई ये सभी काम एग्जामनर्स से करवाते हैं और खुद मूल्यांकन कर एक्स्ट्रा पैसे कमाना चाहते हैं।

सभी सेंटर्स पर चेक किया जाएगा, अगर ऐसा कुछ है तो संबंधित कार्रवाई की जाएगी।

-श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस