- अपनी मार्कशीट का डाउट्स क्लीयर कर सकेंगे ऑनलाइन

- सीबीएसई की डिजीटल मार्किग पहल से नहीं होगी कोई मिस्टेक

- हर टीचर की होगी अपनी पर्सनल आईडी

- स्टूडेंट्स भी देख सकेंगे अपनी कॉपी

swati.bhatia@inext.co.in

MEERUT: अक्सर एग्जाम के बाद खुश स्टूडेंट्स कभी-कभी रिजल्ट आने के बाद दुखी हो जाते हैं। स्टूडेंट्स को लगता है कि जितने मा‌र्क्स उन्हें मिलने चाहिए थे, उतने उन्हें मिले ही नहीं। अब सीबीएसई ने स्टूडेंट्स के आंसरशीट संबंधी डाउट्स को दूर करने के लिए कदम उठाया है। अब कॉपी की डिजिटल चेकिंग होगी और साथ ही स्टूडेंट्स अपने डाउट्स क्लीयर करने के लिए अपनी कॉपी ऑनलाइन भी देख सकेंगे।

तो पता लगेगी कमियां

सीबीएसई स्टूडेंट्स मार्किंग को लेकर होने वाले डाउट्स अब सीबीएसई ऑनलाइन क्लीयर कर सकेगा। स्टूडेंट्स रिजल्ट के बाद अपनी कॉपी के मा‌र्क्स भी सब्जेक्ट वाइस भी देख सकेंगे। स्टूडेंट्स की कॉपियों में अगर कोई क्वेश्चन चेकिंग से छूट जाता है या फिर किसी पर मा‌र्क्स नहीं मिले हो तो उसका पता भी स्क्रीन पर लग जाएगा। इससे स्टूडेंट्स को साफ हो जाएगा कि उनकी कमियां कहां पर हैं।

देख सकेंगे कॉपी

स्टूडेंट्स को अगर अपने किसी भी सब्जेक्ट की कॉपी में चेकिंग को लेकर कोई डाउट है, तो इसके लिए उन्हें एक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद सीबीएसई स्टूडेंट्स को रिजल्ट निकलने के बाद एक टाइम पीरियड और बैंक का नाम देगा। स्टूडेंट्स को उस टाइम पीरियड के अंदर बोर्ड कॉपी चेकिंग की कुछ फीस जमा करनी होगी, जिसके बाद उस ड्राफ्ट का नम्बर और एडमिड कार्ड की फोटो कॉपी स्टूडेंट्स को सीबीएसई वेबसाइट पर यू वांट टू सी यूआर अंसर शीट पर क्लिक करके उस रजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ ऑनलाइन जमा करनी होगी। इसके बाद सीबीएसई स्टूडेंट्स के अड्रेस पर उसकी ऑनसर शीट भेज देगा या फिर इसे ऑनलाइन भी देख सकेंगे। इसके लिए आपको अपना रोल नंबर और एडमिड कार्ड डालना होगा।

गड़बड़ी होने पर भेज सकेंगे नोटिस

अगर सीबीएसई की मार्किंग में किसी तरह की गड़बड़ी होती है। तो स्टूडेंट्स की तरफ से बोर्ड को नोटिस भी भेजा जा सकता है। सीबीएसई की इस तरह की पहल से स्टूडेंट्स को किसी भी तरह का डाउट्स नहीं रहेगा। नोटिस मिलने के बाद सीबीएसई संबंधित रीचेकिंग कर उस पर कार्रवाई भी करेगा।

क्या होगा फायदा

कॉपी को ऑनलाइन देखने से स्टूडेंट्स को इसका सीधा फायदा होगा। एक्सप‌र्ट्स के मुताबिक स्टूडेंट्स को पता लग जाएगा कि आखिर किस सब्जेक्ट में क्या-क्या कमियां रहीं हैं, कौन से प्रश्न में क्या गलती रह गई है और कहां पर उन्हें गलत नंबर मिले हैं या नंबर काटे गए हैं।

दीवान पब्लिक स्कूल के प्रिंसीपल एचएम राउत का कहना है कि स्टूडेंट्स अपनी कॉपी को ऑनलाइन देख सकते हैं। इससे उन्हें काफी फायदा होगा। उन्हें पता लगेगा कि वह किस सब्जेक्ट में और कहां पर वीक हैं।

वहीं सीबीएसई काउंसलर डॉ। पूनम देवदत्त का कहना है कि इससे तो स्टूडेंट्स को अपनी गलतियों के बारे में पता लग जाएगा और डाउट्स भी क्लीयर हो जाएंगे।

टीचर्स को डिजीटल चेकिंग नॉलेज

टीचर्स को डिजीटल तरीके से कॉपी चेक करने में सीबीएसई का कॉपी चेकिंग सॉफ्टवेयर रियल में लाभदायक साबित होगा, कॉपी की चेकिंग के लिए सीबीएसई सॉफ्टवेयर के लिए टीचर्स को न केवल ऑनलाइन चेकिंग करने में आसानी होगी। बल्कि नंबर देने में भी आसानी होगी। आइए जानते हैं क्या है इंस्ट्रक्शन, कैसे करेंगे टीचर एप्लाई

- सबसे पहले हर टीचर को सीबीएसई की तरफ से एक लेटर के जरिए यूजर आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा।

- एग्जाम के पहले दिन टीचर चेकिंग रुम में जाकर अपने अपने कम्प्यूटर पर उस यूजर आईडी और पासवर्ड को डालकर कॉपी चेकिंग की स्टार्टिग करेगा। इसमें वह अपने अनुसार पासवर्ड बदल सकता है।

- यहां पर पांच कलर भी दिए गए है, जिनके अनुसार टीचर यह जान सकते हैं कि आखिर उनकी कॉपी चेकिंग में कहां पर कमी रह गई है।

- बारीक हैंडराइटिंग को पढ़ने के लिए जूम का ऑप्शन दिया गया है। ताकि वह उस ऑप्शन पर क्लिक करके आसानी से शब्दों को देख सके।

- करेंट टोटल ऑप्शन पर करेंट ऑप्शन आ जाता है। यानि किसी भी तरह के टोटल लगाने की भी जरुरत नही होगी।

- अगर किसी स्टूडेंट ने कॉपी में कुछ किया ही नहीं है तो कॉपी पर नोट अटैम्पट भी लिखा आ जाएगा।

किस कलर का क्या मतलब

शांति निकेतन विद्या पीठ स्कूल में टीचर्स को ट्रेनिंग देते हुए टीसीएस कंपनी के प्रभारी अमित ने बताया कि पांचों कलर का मतलब क्या है। यहां ग्रीन कलर का मतलब है कि ग्रीन रंग वाले क्वेश्चन चेक हो चुके है, रेड कलर का मतलब है कि यह क्वेश्चन स्टूडेंट ने गलत किए हैं, व्हाईट का मतलब होगा कि टीचर इन क्वेश्चन को चेक करने से चूक गए हैं, आरेंज कलर का मतलब होगा कि स्टूडेंट ने इस सेक्शन में एक क्वेश्चन ज्यादा कर रखा है, यहां आरेंज कलर आने पर टीचर को एक क्वेश्चन पर जीरो देना होगा, वोलेट कलर का मतलब है कि इस सेक्शन का पहला पार्ट न करके स्टूडेंट ने सीधा अगला पार्ट किया है।

जमाने के साथ बदलाव है जरूरी

बुधवार को शांति निकेतन में देहरादून से बोर्ड ऑफिस के रीजनल ऑफिसर मनोज श्रीवास्तव ने टीचर्स को डिजीटल कॉपी का महत्व बताया। उन्होंने टीचर्स को कहा जमाने के साथ बदलना काफी जरूरी है, सबकुछ डिजीटल और ऑनलाइन हो गया है। इसलिए सीबीएसई ने भी टीचर्स की सहूलियत के लिए ऑनलाइन चेकिंग का प्लान किया है। इससे टीचर्स को कॉपी चेक करने में आसानी होगी, समय की बचत के साथ ही कॉपी चेकिंग में ट्रांसपेरेंसी रहेगी।