मेरठ (ब्यूरो)। बाजार के जानकारों की मानें तो पेट्रोल-डीजल के दाम में इजाफे का असर सीधा आमजन की जेब पर पडेगा। मालभाड़ा बढऩे के कारण से कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा, दूध, सब्जी, फल, तेल, अनाज और दाल के दाम भी बढ़ जाएंगे।

फास्ट फूड होगा महंगा
इस माह 19 किलो कमर्शियल रसोई गैस यानी एलपीजी की कीमत में 250 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। अब इसकी कीमत बढ़कर 2253 रुपये होगी। जाहिर सी बात है कि कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढऩे से रेस्टोरेंट में खाना-पीना महंगा हो जाएगा। इसके अलावा इसका असर अन्य चीजों के उत्पादन पर भी पड़ेगा। गौरतलब है कि अभी 10 दिन पहले ही घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट 50 रुपए बढ़ाए गए थे।

137 दिन बाद बढ़े दाम
लगभग 137 दिनों बाद 22 मार्च को पेट्रोल-डीजल के दाम में 80-80 पैसे का इजाफा हुआ था। तब पेट्रोल के रेट 95.71 और डीजल के रेट 87.25 प्रति लीटर थे। अब 12 दिन के बाद पेट्रोल 102.10 और डीजल 93.66 रुपए प्रति लीटर के पार हो गया है।

दिनांक पेट्रोल डीजल
22 मार्च 95.71 87.25
23 मार्च 96.51 88.05
24 मार्च 96.51 88.05
25 मार्च 97.31 88.85
26 मार्च 98.22 89.76
27 मार्च 98.61 90.26
28 मार्च 98.90 90.55
29 मार्च 99.70 91.56
30 मार्च 100.50 92.06
31 मार्च 101.30 92.86
1 अप्रैल 102.10 93.66
2 अप्रैल 102.10 93.66

मालभाड़े में इजाफा
गत 12 दिनों में डीजल का दाम 80 रुपए से बढ़कर अब 93.66 पहुंच गया है। डीजल के दाम के साथ ही टोल के दाम में 10 प्रतिशत का इजाफा होने से ट्रांसपोर्टर्स का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है। इसका असर ये हुआ है कि ट्रांसपोर्ट्र्स ने मालभाड़ा बढ़ाने का मन बना लिया है। इतना ही नहीं, इस बार पांच से 10 प्रतिशत नहीं बल्कि 15 से 20 प्रतिशत तक मालभाड़ा बढ़ाया जाएगा।

एक नजर में मालभाड़ा
मेरठ से लखनऊ जाने के लिए 10 टायर का ट्रक का भाड़ा 50 हजार से लगभग 57 हजार हो जाएगा।
मेरठ से बंगलुरु जाने का भाड़ा 85,000 का है जो बढ़कर अब 1.05 लाख के करीब होगा।
मेरठ से गुवाहाटी जाने का 10 टायर ट्रक का भाड़ा 90 हजार है जो बढ़कर 1.10 लाख होगा।
मेरठ से पटना जाने का भाड़ा 55 हजार है जो बढ़कर 65 हजार हो सकता है।
मेरठ से मुंबई का भाड़ा 42 हजार लिया जाता है वह बढाकर 50 सकता है।
इंदौर का भाड़ा 32 हजार लिया जाता है उसे बढ़ाकर 39 हजार तक हो सकता है।
लखनऊ का पार्सल बुकिंग का किराया 4 रुपए प्रति किलो है, जो कि बढ़कर 475 हो सकता है।
बनारस का पहले 5 रुपए प्रति किलो है अब 5.30 पैसे होगा।
मुंबई का भाड़ा 6 रुपए प्रति किलो है उसे बढ़ाकर 8 रुपए किया जाएगा।
बंगलुरु का भाड़ा 8 रुपए प्रति किलो है उसे बढ़ाकर 11 रुपए तक किया जा सकता है।

डीजल के दाम में लगातार इजाफे के साथ-साथ टोल टैक्स में 10 प्रतिशत की वृद्धि से ट्रांसपोर्ट्र्स पर दोहरी मार पड़ रही है। इसलिए इस बार ट्रांसपोर्टेशन में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा किया जाएगा। दो दिन बाद इस संबंध में मीटिंग बुलाई गई है।
गौरव शर्मा, अध्यक्ष, ट्रासंपोर्ट एसो.

मंडी में दिल्ली समेत आसपास के राज्यों से फल व सब्जी आती है। डीजल का दाम बढऩे से ट्रांसपोर्ट का का रेट बढ़ेगा तो आढती भी सब्जी व फलों के दामों में इजाफा करेंगे।
भूषण शर्मा, अध्यक्ष, नवीन मंडी

दवा विक्रेताओं का अधिकतर माल दिल्ली समेत देश के दूर-दराज के राज्यों से आता है। कई ऐसे मेडिकल प्रोडक्ट और दवाएं हैं, जो मालभाड़ा बढऩे से मंहगे होंगे। हालांकि दवा के दाम में भी इजाफा पहले से ही हो चुका है।
रजनीश कौशल, महामंत्री, मेरठ ड्रग एंड केमिस्ट एसो.

डीजल व पेट्रोल के बढ़ते दामों का असर सीधा बाजार पर पड़ेगा। मालाभाड़ा बढऩे से हर चीज जो बाजार में जाती है मंहगी होगी। दाल से लेकर तेल के दाम पहले से ही बढ़े हुए हैं।
मनोज गुप्ता, अध्यक्ष, गल्ला मंडी एसो.

मंहगाई की आम जनता को आदत पड़ गई है। पूरे साल हर माह दाल, तेल, सब्जी, आटा हर चीज के दाम बढ़ ही रहे हैं। सरकार जब चाह ही नही रही कि आम जनता को कुछ राहत मिले तो दाम कम होंगे कैसे।
रजनी

आज कल कुछ भी सस्ता नही है। क्योंकि आम जनता की जेब से ही सरकार को सारी पूर्ति करनी होती है। मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए तो अब घर चलाना तक मुश्किल हो गया है।
ममता