शक्ति क्लब पर प्रदर्शन करते बिजली कर्मचारी।

--------

-शक्ति क्लब पर कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले धरना प्रदर्शन

-कर्मचारियों की हुंकार, निजीकरण हुआ तो सड़कों पर उतरेंगे कर्मचारी

-12 व 13 जनवरी को ऊर्जा भवन किया जाएगा धरना-प्रदर्शन

Meerut: मेरठ में बिजली के निजीकरण के विरोध में विभाग के कर्मचारियों ने शक्ति क्लब पर धरना प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले जुटे विभाग के सैकड़ों कर्मचारियों ने बिजली के निजीकरण का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन की घोषणा की।

क्या है मामला

शासन पिछले दो सालों से मेरठ समेत गाजियाबाद व वाराणसी आदि जिलों की बिजली के निजीकरण की प्रक्रिया को अंजाम दे रहा है, जबकि हाल ही में शासन की ओर से बिजली निजीकरण के मामले में शीघ्रता देखने को मिली है। उधर, विभाग के कर्मचारी निजीकरण की घोषणा के समय से ही इसका विरोध करते आ रहे हैं।

क्ख् व क्फ् को होगा धरना प्रदर्शन

शनिवार को विक्टोरिया पार्क स्थित शक्ति क्लब पर जमा हुए कर्मचारियों ने जोन के चीफ इंजीनियर एके कोहली से मुलाकात की। कर्मचारियों ने चीफ इंजीनियर से मिलकर स्पष्ट कर दिया कि यदि मेरठ में बिजली का निजीकरण किया गया तो विभाग के कर्मचारी सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे। कर्मचारी नेता दिलमणी थपलियाल ने कहा कि बारह व तेरह जनवरी को निजीकरण के मामले में लखनऊ बैठक होने वाली है, जिसके विरोध में दो दिन तक सभी कर्मचारी शाम के पहर में काम काज छोड़कर ऊर्जा भवन पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान अभियंता संघ के पीके सिंह, आईपी सिंह, जेई संगठन को सुशील कुमार, मजदूर संघ के दीपक कश्यप व विद्युत मजदूर पंचायत के महावीर सिंह व दीपचंद चौहान आदि लोग मौजूद रहे।

किसी भी स्थिति में बिजली का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। इस तरह का प्रयास किया गया तो विभाग के सभी कर्मचारी सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे।

दिलमणी थपलियाल, कर्मचारी नेता