गढ़ रोड पर अवैध फैक्ट्रियों का प्रकरण गरमाया, दिनभर जमकर हुआ हंगामा

Meerut। गढ़ रोड पर अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ लगातार आवाज उठाने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई तो क्षेत्रीय नागरिक फैक्ट्रियों की राख और दूषित पानी लेकर एडीएम के घर पहुंच गए। क्षेत्रीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक संरक्षण में रिहायशी इलाके में अवैध फैक्ट्रियों का संचालन हो रहा है।

धड़ल्ले से हो रहा संचालन

मेरठ के गढ़ रोड स्थित राजवंश विहार कॉलोनी में गत वर्षो से धड़ल्ले से अवैध फैक्ट्रियों का संचालन हो रहा है। एडवोकेट रामकुमार शर्मा के नेतृत्व में कई बार जिलाधिकारी अनिल ढींगरा समेत प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायती पत्र दे चुके हैं। सीएम पोर्टल, आईजीआरएस पर भी शिकायत को मेरठ प्रशासन नजरअंदाज किए बैठा है। मंगलवार को क्षेत्रीय निवासियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने अवैध फैक्ट्रियों के बाहर घेराबंदी शुरू कर दी। जिसके बाद फैक्ट्री संचालकों का जमावड़ा लगा और उन्होंने विरोध कर रहे लोगों को खदेड़ दिया।

एडीएम रेजीडेंस पर पहुंचे

इसके बाद लोग एडीएम सिटी के निवास पर पहुंचे और फैक्ट्रियों की राख (ऐश) तथा नलों से निकल रहे दूषित पानी को एक बोतल में रखकर एडीएम सिटी को सौंप दी। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें बताया कि 'हम मजबूरन यही दूषित पानी पी रहे हैं और यही जहरीली राख को हवाओं के साथ निगल रहे हैं.' एडीएम सिटी ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह में सभी अवैध फैक्ट्रियों को बंद करा दिया जाएगा।

अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश प्रदूषण नियंत्रण विभाग को दिए गए हैं। रिहायशी इलाके में अवैध फैक्ट्रियों का संचालन कैसे हो रहा है? इस पर जबाव तलब किया जाएगा।

अजय कुमार तिवारी, एडीएम सिटी, मेरठ