गाजियाबाद में नकली नोटों की खेप पकड़ में आने के बाद इसका खुलासा हुआ है। गिरोह का भंडाफोड़

मेरठ के डीआईजी के यहां से बताया गया है कि गाजियाबाद लिंक रोड और साहिबाबाद पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में नकली नोट चलाने वाले गिरोह का सोमवार की देर रात भंडाफोड़ कर एक हजार और पांच सौ के सात लाख रुपये के नकली नोटों की खेप बरामद की गई। गिरोह की संचालिका महिला समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये नकली नोट पाकिस्तान में छापे गए थे। बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते नकली नोट भारत लाकर दिल्ली एनसीआर में चलाए जाते थे। पुलिस आशंका जता रही है कि गिरोह इससे काफी अधिक नोट भारत ला चुका है। पुलिस ने मामले की जानकारी आइबी और इंटेलीजेंस हेडक्वाटर को भेज दी है।

पकड़े गए आरोपी

पुलिस के अनुसार आरोपी बलदेव उर्फ बंटी, नुरेन, रफीक, मईनुद्दीन, (सभी खोड़ा के), मुमताज व हिना (वैशाली निवासी), पवन, अरुण और अमित (साहिबाबाद निवासी) से सात लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। नोट पांच सौ और हजार रुपये के हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नोट पाकिस्तान में छपते हैं और नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते उन तक पहुंचते हैं। गिरोह का संचालन मुमताज करती थी और हिना को भी पूरे नेटवर्क की जानकारी थी। नोटों की डिलीवरी मुमताज रफीक को करती और वह ट्रेन के माध्यम से नोटों को एनसीआर में सप्लाई करता था।

टिप देते है

पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवक आए दिन दुकानों से खरीदारी करते हैं और दुकानदारों को सामान के भुगतान के साथ मोटी टिप भी देते हैं। इस पर यह कार्रवाई की गई। एक लाख के नोट उन्हें कुल 35 हजार रुपये में मिल जाते थे। नोटों की क्वालिटी इतनी बेहतर है कि कॉमन मैन और बैंक वाले भी धोखा खा जाएं।