- होनहार स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप देने को लेकर फर्जी योजना

- वाट्सएप ग्रुप लोगों को बनाया जा रहा बेवकूफ

Meerut व्हाट्सएप पर एक फेक मैसेज ने हजारों को बेवकूफ बनाया। हैरानी की बात तो यह है कि इस सरकारी योजना में सीधे पीएम का हवाला दिया हुआ है। जी हां हम बात कर रहे हैं हाईस्कूल और इंटर पास करने वाले स्टूडेंट के लिए चलाई गई पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम योजना से। जिसमें हाईस्कूल व इंटर पास करने वाले मेघावी बच्चों को अच्छे अंक लाने पर पीएम द्वारा स्कॉलरशिप देने की घोषणा की गई है। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद सभी को ऐसा लगा जैसे सच में कोई नई योजना आई हो। लेकिन वास्तव में यह पोस्ट बिल्कुल फेक है।

पूर्व राष्ट्रपति के नाम से योजना

वाट्सएप पर चल रही इस योजना की पोस्ट पर सीधे सीधे लिखा हुआ है पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के नाम से होनहार स्टूडेंट के लिए एक योजना निकाली है। योजना के तहत हाईस्कूल पास उन स्टूडेंट को जिनके मा‌र्क्स 7भ् परसेंट से ऊपर है योजना के तहत दस हजार रुपए दिए जाएंगे। इंटर पास उन स्टूडेंट को, जिनके मा‌र्क्स 8भ् परसेंट से ऊपर हैं उनको ख्भ् हजार रुपए स्कॉलरशिप में दिए जाएंगे। एसएमएस संबंधित जानकारी के लिए नगर निगम कार्यालय पर उपलब्ध फॉर्म मिलेंगे और वहीं से इसकी जानकारी निकलेगी। इतना ही नहीं योजना में साफ लिखा हुआ था कि यह पेरेंट्स के लिए एडवाइस है कि इसे इग्नोर न करें और सब में फैलाएं, क्योंकि यह हमारे बच्चों द्वारा अर्जित एक खास अवसर है।

किसी की शरारत और हजारों बने बेवकूफ

ऐसा माना जा रहा है कि यह यकीनन किसी न किसी शरारती तत्व का किया है। लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए उसने सोशल साइट पर एक फेक मैसेज डाला है। जिसे पढ़कर सिटी के बच्चों व यह चर्चा का विषय बन गया है। हालात तो यह हो गए कि उन्होंने नगर निगम कार्यालय और स्कूलों में जा जाकर इसके संबंध में जानकारी लेनी शुरू कर दी है, लेकिन उनके हाथ में जब नाकामयाबी लगी तो उन्हें पता चला कि यह नकली और फेक एसएमएस है।

मेरे वाट्सएप पर आया है एसएमएस

पहले जब मेरे वाट्सएप पर यह एसएमएस आया तो मुझे खुशी हुई मेरे देवर का बेटे ने भी इंटर से अच्छे अंक हासिल किए हैं। मुझे लगा यह उसके लिए काफी अच्छी खबर है। लेकिन जब मेरे देवर ने इस बारे में नगर निगम से पता किया तो पता लगा ऐसी कोई योजना नहीं है।

पूनम सिंह, पूर्वा अहिरान

मेरी पोती ने इस एसएमएस के बारे में मेरे बेटे को बताया था हम लोगों यह पीएम की कोई योजना है। लेकिन जब मेरे बेटे ने इस योजना के बारे में उसके स्कूल और संबंधित कार्यालय से पता किया तो पता लगा यह फेक है।

मंजू, थापर नगर

मैने यूपी बोर्ड से साइंस साइड से अच्छे अंक हासिल किए हैं। योजना के हिसाब से मुझे भी लाभ होगा यह जानकर मैं बहुत खुश थी। लेकिन जब मैं फॉर्म लेने गई तो नगर निगम में ऐसा कोई फॉर्म नहीं था।

अंकिता, स्टूडेंट

मेरी छोटी बहन ने यूपी बोर्ड से हाईस्कूल पास कर 80 परसेंट से ऊपर अंक हासिल किए हैं। वह अभी दो दिन पहले ही योजना का फॉर्म लेने गई थी। कार्यालय में ऐसा फार्म नही आया है।

तनु, स्टूडेंट

नगर निगम से इस योजना का कोई संबंध नहीं है यह तो शिक्षा से जुड़ा मामला है। अगर इस तरह का कोई एसएमएस या पोस्ट चल रहा है तो वह बिल्कुल फेक है।

एसके दुबे, नगरायुक्त

ऐसी किसी योजना के बारे में मुझे नॉलेज नहीं है। इस तरह का कोई फेक एसएमएस चलाता है तो उस संबंध में संबंधित व्यक्ति की जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।

पंकज यादव, डीएम