मेरठ ब्यूरो। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर की चौथी टनल का शुक्रवार को सफल ब्रेकथ्रूहो गया। इसके साथ ही इस टनल का निर्माण कर रही सुदर्शन (टनल बोरिंग मशीन) ने गांधीबाग से बेगमपुल स्टेशन के बीच लगभग 750 मीटर लंबी टनल का सफलतापूर्वक निर्माण पूरा कर लिया और बेगमपुल स्टेशन में बनाई गयी टनल रिट्रीविंग शाफ्ट से ब्रेकथ्रू किया।

गांधी बाग से बेगमपुल तक बनी चौथी टनल

मेरठ में आरआरटीएस कॉरिडोर की यह चौथी टनल है, जिसका सफलतापूर्वक ब्रेकथ्रू हुआ है। इससे पहले भैंसाली से मेरठ सेंट्रल स्टेशन के बीच का भूमिगत हिस्सा भी पूर्ण रूप से निर्मित हो चुका है, जहां समानांतर टनलों का निर्माण सुदर्शन 8.1 और 8.2 द्वारा पूरा किया गया है। गांधीबाग से बेगमपुल के बीच यह समानांतर टनल है, जिसका निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। सुदर्शन 8.3 ने ही पिछले वर्ष अक्टूबर में गांधीबाग से बेगमपुल के बीच पहली टनल के निर्माण का कार्य पूरा किया था। गौरतलब है कि आरआरटीएस के भूमिगत कॉरिडोर में ट्रेनों की आवाजाही के लिए दो समानांतर टनल निर्मित की जाती हैं। गांधी बाग से बेगमपुल तक की इस समानांतर टनल का निर्माण पूर्ण होने पर इस सेक्शन के टनल का हिस्सा पूरी तरह निर्मित हो चुका है।

दो समानांतर टनल का चल रहा काम

दो भूमिगत सेक्शन (4 टनल) का निर्माण पूर्ण होने के बाद अब मेरठ के तीसरे और आखिरी भूमिगत सेक्शन की दोनों समानांतर टनल का निर्माण कार्य गति पकड़ रहा है। भैंसाली से बेगमपुल के बीच 1-1 किलोमीटर की दो समानांतर टनल बनाई जानी हैं, इसमें से पहली टनल का निर्माण दो हफ्ते पहले शुरू किया गया है। इस टनल का निर्माण सुदर्शन 8.1 कर रही है। भैंसाली से बेगमपुल के बीच दूसरी समानांतर टनल के निर्माण के लिये सुदर्शन 8.2 को ही भैसाली में दोबारा असेंबल किया जा रहा है। जो भैसाली से बेगुमपुल के बीच की टनल बनाएगी।

प्री कास्ट का हुआ प्रयोग

बेगमपुल के टनल ब्रेकथ्रू में गांधी बाग से बेगमपुल तक की लगभग 750 मीटर लंबी टनल के निर्माण के लिए 3500 से अधिक प्री-कास्ट सेगमेंट का उपयोग किया गया है। इन टनल सेगमेंट की कास्टिंग एनसीआरटीसी के शताब्दी नगर स्थित कास्टिंग यार्ड में, सुनिश्चित गुणवत्ता नियंत्रण के साथ की जा रही है। प्री-कास्टिंग गुणवत्ता नियंत्रण सुनिश्चित करते हुए कार्यों के सुरक्षित और तेजी से निष्पादन में मदद करती है। टनल निर्माण होने के बाद सुरंग के अंदर ट्रैक बिछाने का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। साथ ही ओएचई और सिग्नलिंग आदि के कार्य किए जाएंगे। मेरठ के शताब्दीनगर के कास्टिंग यार्ड की ट्रैक स्लैब फैक्ट्री में प्रीकास्ट ट्रैक स्लैब का निर्माण किया जा रहा है। इन ट्रैक स्लैब को ट्रकों-ट्रेलरों के जरिये टनल की साइट पर ले जाया जाएगा और इन्सटॉल किया जाएगा।