तीन आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
आरोपियों के कब्जे से मिला कैश
Meerut। सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का सर्विलांस टीम ने मेडिकल पुलिस के साथ भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को चौधरी चरण सिंह विवि के पास से गिरफ्तार किया है। एक आरोपी फरार है।
कई लाख ठगे
पुलिस के मुताबिक, आरोपी बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का आश्वासन देकर उनसे पैसे ठगते थे। वे उनसे कई लाख रुपये ठग चुके हैं। उन्होंने दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों के लोगों को अपना शिकार बनाया है। उनके पास कुछ नियुक्ति-पत्र और मार्कशीट्स भी मिली हैं।
इंटर और ग्रैजुएट निशाना
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि गिरोह के मास्टरमाइंड योगेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वे ऐसे बेरोजगार तलाश करते थे, जो इंटर और बीए करने के बाद नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हों। उन्हें झांसे में फंसाकर आर्मी, पुलिस, एफसीआई में सरकारी नियुक्ति दिलाने के लिए तैयार कर लिया जाता था।
फर्जी लोगों से मिलवाते थे
इसके बाद आरोपी युवकों को अपने साथ गाड़ी में बैठाकर लखनऊ, दिल्ली, में किसी होटल ले जाते थे। वहां गिरोह के दूसरे सदस्य से मिलवा दिया जाता था। वह सरकारी विभाग का अफसर बनकर मिलता था और उनसे सभी जरूरी कागज जैसे, अंक तालिका, आधार कार्ड, जाति व निवास प्रमाण पत्र आदि अपने कब्जे में ले लेते थे। उनसे तीन से छह लाख रुपये नौकरी के नाम पर ठगे जाते थे। फिर उसे फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया जाता था और एक-दो महीने में नौकरी पर भेजने की बात कहकर घर भेज देते थे। इन लोगों के माध्यम से ठगी के शिकार लोगों की चेन बन जाती थी।
ठेकेदारों से संपर्क
यह गिरोह कुछ युवकों को फर्जी आई कार्ड बनवाकर एमईएस एवं एफसीआई के गोदामों में काम की व्यवस्था कराता था। इसके लिए गोदामों के ठेकेदारों से मिलीभगत की जाती थी। ठेकेदार को प्रति व्यक्ति 2000 रुपये देकर 10 से 15 दिन के लिए इन युवकों से काम कराने को कहा जाता था। नौकरी से पहले ट्रेनिंग की डिमांड पर युवाओं को टरका दिया जाता था।
ये हुए गिरफ्तार
1. योगेंद्र शर्मा पुत्र किशन स्वरूप शर्मा निवासी गांव कुराना थाना सिंभावली हापुड़
2. इंद्रराज सिंह पुत्र मदन लाल निवासी गांव रसूलपुर बाबूगढ़ हापुड़
3. नवीन शर्मा पुत्र मूलचन्द्र निवासी ग्राम निखू पोस्ट सटला थाना सयाना बुलंदशहर
फरार आरोपी
1. योगेश शर्मा पुत्र प्रेमचन्द्र शर्मा निवासी मौहल्ला मुफ्तीवाडा थाना शिकारपुर बुलंदशहर
ये बरामद
1. एक मोबाइल
2. 16,500 कैश
3. एक सेंट्रो कार
4. फर्जी नियुक्ति पत्र
5. अंक तालिकाएं
6. स्टांप पेपर
7. मोहर
8. दस बैंक खातों की पासबुक व चेक बुक।