- भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने किया भोला झाल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण

-मई माह तक हर हाल में शुरू करवायी जायेगी गंगाजल की सप्लाई

JaniKhurdh : भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्क्षक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की ओर से जानी में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान भाजपा नेता ने गंगाजल योजना में देरी का ठीकरा अफसरों के सिर फौड़ा। उन्होंने कहा कि अफसरों की लापरवाही व नेताओं के हस्तक्षेप के कारण करोड़ो रूपये की लागत से बनाये गये 100 एमएलडी क्षमता वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का गंगाजल मेरठ की जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है।

भोला झाल डबल्यूटीपी का निरीक्षण

इस दौरान भाजपा नेता ने मई माह तक गंगाजल की सप्लाई शुरू नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। लक्ष्मीकांत वाजपेयी शुक्रवार को भोला झाल स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के लिए आये थे। निरीक्षण के दौरान लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में रीसीविंग चैंबर से लेकर आउटलेट चैंबर तक गंगाजल के ट्रीटमेंट करने की प्रक्रिया को बारीकी से चेक किया। इस दौरान लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने प्लाट में स्थित लैब में जाकर मशीनों द्वारा ट्रीट किये गये गंगाजल की गुणवत्ता की भी जांच की। निरीक्षण के दौरान वाजपेयी ने पानी को साफ करने के लिए मिलाये जाने वाले एलम की भी जांच की।

अफसरों पर साधा निशाना

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के बाद भोला झाल पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि मेरठ के थापर नगर, विकास पुरी, टाउन हाल, बच्चा पार्क सहित मेरठ के कई हिस्सों में गंगाजल की सप्लाई होनी है। इसके लिए करोड़ों रूपये की लागत से गंगनहर से गंगाजल लेने के लिए परियोजना शुरू की गई है। लेकिन अफसरों की लापरवाही और नेताओं के हस्तक्षेप के चलते करोड़ों रूपये की लागत से चालू की गई परियोजना का लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है। सन् 2000 से शुरू की गई करीब 279 करोड़ रूपये की परियोजना को सन् 2011 में पूरा होना था और सन् 2015 में शुरू होना था। लेकिन अभी तक परियोजना की टेस्टिंग का कार्य ही पूर्ण नहीं हो पाया है।

आंदोलन की चेतावनी

उन्होंने कहा कि हमने मई माह तक जल निगम से मेरठ के लिए 25 क्यूसेक पानी की सप्लाई करने के लिए कहा है। यदि मई माह तक पानी की सप्लाई नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा। वाटर ट्रीटमेंट प्लाट के निरीक्षण के बाद लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने भोला झाल पर बने बिजली घर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान बिजली घर में लगे 6 ट्रमिनल में 4 ट्रमिनल खराब मिले। इसके लिए वाजपेयी ने प्रशासन स्तर पर वार्ता करने की बात कही है। नरेन्द्र उपाध्याय, संजय त्यागी, मुनेश बाफर, सुरेश अग्रवाल, नितिन गोस्वामी, मनोज गोस्वामी आदि मौजूद रहे।