मेरठ, (ब्यूरो)। दहेलीगेट के पलेट नगर निवासी हाजी इकबाल और उसके तीन बेटों पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। दो बेटे और इकबाल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने 14ए के तहत इकबाल की पटेल नगर स्थित दोनों कोठियों का सामान जब्त कर लिया है। उसके बाद इकबाल का बेटा अबरार फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने काफी दबिश डाली है। उसके बाद भी अबरार का कोई पता नहीं चल पाया। पुलिस ने वारंट के बाद अबरार के घर की कुर्की के आदेश कोर्ट से ले लिए थे।

वीडियोग्राफी भी कराई
कोर्ट से आदेश मिलने के बाद गुरुवार को एएसपी सूरज राय ने कई थानों की फोर्स के साथ अबरार के सोतीगंज स्थित घर पर पहुंचे। घर के ग्राउंड फ्लोर को दुकान और गोदाम बना रखा था, जबकि ऊपर के हिस्से में घर था। पुलिस ने मुनादी कराने के बाद अबरार की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी। इसी वीडियोग्राफी भी कराई जा रही थी।

हाजिर हुआ अबरार
गुरुवार को जैसे ही एएसपी कैंट सूरज राय पुलिस बल के साथ सोतीगंज बाजार स्थित हाजी अबरार की संपत्ति को कुर्क करने के लिए पहुंचे। बस क्या था, अबरार पुलिस के सामने हाजिर हो गया। अबरार का आरोप था कि कुर्क की जाने वाली संपत्ति उसके भाई की है। उस संपत्ति में उसका कुछ नहीं है। भाई की संपत्ति के नाम का वह बैनामा भी दिखाने लगा। अबरार ने कहा कि वह अपनी गिरफ्तारी दे रहा है, लेकिन संपत्ति की कुर्की रोक दी जाए। तभी एएसपी ने कहा कि अबरार कोर्ट मेें सरेंडर कर सकता है। वह फिलहाल कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे है। उसके बाद भी अबरार वहां से नहीं गया। उसके बाद पुलिस ने सदर बाजार में अबरार के खिलाफ दर्ज मुकदमें में गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कुर्की की कार्रवाई लालकुर्ती पुलिस कर रही थी। हालांकि पुलिस के अनुसार कुर्क की गई संपत्ति भाइयों की संयुक्त संपत्ति है।

25 ट्रक सामान
एएसपी ने बताया कि अबरार के मकान के अंदर करीब 25 ट्रक वाहनों के उपकरण भरे हुए है, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है। ऐसे में पुलिस ने अबरार के पूरे मकान को सील कर दिया है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी मकान के बाहर लगा दी है। दरअसल, पूरे मकान में काफी उपकरण भरे हुए थे। उन्हें थाने में रखने के लिए भी जगह नहीं थी। बता दें कि 14ए के तहत पहले ही पुलिस हाजी इकबाल के पटेल नगर स्थित दोनों कोठी की करीब दस करोड़ की संपत्ति को जब्त कर चुकी है। तभी से इकबाल का परिवार रिश्तेदारी में रह रहा था। अबरार का परिवार भी सोतीगंज के घर पर मौजूद नहीं था। ऐसे में परिवार के सदस्यों को बुलाने के बाद ही घर को खोला गया था।

10 करोड़ की संपत्ति जब्त
दरअसल, अबरार के पिता हाजी इकबाल के साथ ही तीनों बेटों पर विभिन्न थानों में चोरी की बाइकों का क्रय-विक्रय और अवैध कटाने के संबंध में करीब छह मुकदमे दर्ज थे। इस मामले में हाजी इकबाल सहित पुलिस अबरार के भाई अफजाल व इमरान को अगस्त में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि हाजी अबरार पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा था। हालांकि 21 नवंबर को पुलिस ने हाजी इकबाल के पटेल नगर स्थित करीब 10 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली थी। इससे पहले 16 अक्टूबर को पुलिस ने हाजी गल्ला उर्फ नईम की भी नौ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की थी। लगातार कबाडिय़ों की संपत्ति कुर्क किए जाने की कार्रवाई से अवैध धंधे में लिप्त अन्य कबाडिय़ों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

वाहनों का कटान
पुलिस के अनुसार आरोपी हाजी इकबाल स्थानीय एवं दूर-दराज क्षेत्रों से चोरी किए जाने वाले वाहनों का अवैध रूप से कटान करता था। साथ ही उनका क्रय-विक्रय भी करता था। वाहनों को काटकर निकालने जाने वाले पाटर््स का वह गिरोह बनाकर व्यापार करता था। जिसके चलते कुछ ही समय में आरोपी ने बड़ी अचल संपत्ति अर्जित की थी। पुलिस के अनुसार गिरोह के अन्य सदस्य भी न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध किए गए हैैं। उनकी अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है। गिरोह के अन्य आरोपियों की संपत्ति भी कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।

कोर्ट के आदेश पर हाजी इकबाल के बेटे अबरार की करोड़ों की संपत्ति को कुर्क कर लिया है। साथ ही अबरार को अन्य मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी