- स्कूल और घर दोनों जगह से थी निराश

Meerut : स्पो‌र्ट्स वियर के कारोबारी की बेटी गौरी का लापता होने का कारण कहीं और नहीं उसके घर और स्कूल में ही छिपा था। सोमवार को वह घर से स्कूल के लिए निकली, लेकिन न तो स्कूल गई थी और न ही घर। मंगलवार रात को वापस लौटने पर वह इतना सहमी हुई थी कुछ बोल नहीं पा रही थी। बार-बार पूछने पर भी वह गायब होने का कारण नहीं बता रही थी। बुधवार को जब स्थिति सामान्य हो गई तब उसने धीरे-धीरे असलियत बयां की। गौरी को स्कूल में डांट तो पड़ती ही थी, साथ ही घर में भी उसको सपोर्ट नहीं मिलता था। स्कूल से आ रही शिकायतों पर घर पर भी पेरेंट्स से डांट पड़ती थी। इसी खौफ के साये में वह आजकल जी रही थी।

बंक कर रही थी क्लास

स्पो‌र्ट्स वियर कारोबारी अनुज शर्मा की बेटी गौरी क्लास 6 की छात्रा है। उसका सोशल स्टडीज सब्जेक्ट में परफॉर्मेस अच्छी नहीं थी। जिस वजह से उस सब्जेक्ट की टीचर से उसे हमेशा डांट पड़ती थी। गौरी इससे काफी क्षुब्ध थी। क्लास में सबके सामने उसे डांट पड़ती थी। इसका उसने एक बार विरोध भी किया था। इसी वजह से उसका इंट्रेस्ट भी खत्म हो रहा था। वह अक्सर क्लास बंक करने लगी। पिछले पंद्रह दिनों में कई बार बंक की थी। सोमवार को इसी बात को लेकर उसकी काउंसलिंग होनी थी। जिस डर से वह स्कूल नहीं गई।

होती थी पिटाई

स्कूल में टीचर के व्यवहार से गौरी काफी निराश थी। उसे यह उम्मीद थी कि घर से सपोर्ट मिलेगा। पेरेंट्स उसे समझेंगे। लेकिन उसे घर से भी सपोर्ट नहीं मिलता था। पुलिस ने बुधवार को इत्मिनान से गौरी से पूछताछ की। गौरी ने हिचकते हुए कई सारी बातें बताई। स्कूल से कंप्लेन आने के चलते उसे घर पर भी डांट पड़ती थी। पेरेंट्स उसे डांटते थे यहां तक कि उसकी पिटाई भी कर देते थे। ऐसे में गौरी चारों तरफ से निराशा से घिर गई और धीरे-धीरे डिप्रेशन में जाने लगी। उसके मन में स्कूल और घर के माहौल का खौफ समा गया। हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी स्कूल जाने के लिए। घर में उसके उपर काफी बंदिशें थीं। वह सबसे बात नहीं कर सकती थी। पेरेंट्स हमेशा टोकते थे। उसे मोबाइल फोन छूने नहीं देते थे। आम बच्चों को देखकर उसके मन में भी लालसा जगती लेकिन घर में उसे वह कभी माहौल मिला ही नहीं।

37 घंटे फ्रेंड के घर

पूछताछ में गौरी ने बताया कि वह सोमवार को अपने एक फ्रेंड के घर पर रुकी थी। वह फ्रेंड उसकी क्लास का ही है। उसने स्कूल खत्म होने का इंतजार किया था और बाद में वह उसके साथ उसके घर चली गई। उसने अपने फ्रेंड को बता दिया था कि वह डर के मारे स्कूल छोड़कर आई है। मंगलवार को वह अपने फ्रेंड के घर से शास्त्रीनगर 6 स्थित अपने नाना के घर चली गई।

बार-बार बदले बयान

मंगलवार को जब गौरी के सकुशल आने की खबर लगी तो पूरा पुलिस अमला उसके नाना के यहां पर पहुंच गया। एसएसपी, एसपी सिटी, क्राइम ब्रांच की 4 टीमें, मेडिकल थाना एसओ और कई पुलिसकर्मी। कई कारोबारी भी पहुंच गए थे। हर कोई उससे जानकारी लेना चाह रहा था। इससे गौरी काफी सहम गई थी। काफी पूछने के बाद भी वह कुछ नहीं बोल रही थी। कुछ देर बाद यदि बोलती भी तो हर बार में उसका बयान दूसरा ही होता। एक बार उसने बाताया कि वह सी ब्लॉक के पार्क में थी, एक बार उसने बताया कि उसे किसी ने सूंघा दिया था। बुधवार को गौरी ने असली कहानी बयां की।

शाम को लौटी थी

गौरी के लौटने की खबर देर रात लगी। जबकि सूत्रों के अनुसार गौरी शाम को ही अपने नाना के घर आ गई थी। वह अपने फ्रेंड के घर से सीधे नाना के घर पहुंची। सूत्रों की मानें तो करीब 4 बजे वह नाना के घर पहुंच चुकी थी। लेकिन रात में उसके पहुंचने की सूचना सबको दी गई।

हमारी पहली प्राथमिकता थी बच्ची का सकुशल लौट आना। बच्ची अभी डरी हुई है ज्यादा बोल नहीं रही है। बस इतना है कि स्कूल में उसे डांट तो पड़ती ही थी, साथ ही घर में भी डांट पड़ती थी। बच्चों को दोस्त की तरह ट्रीट करना चाहिए।

- डीसी दूबे, एसएसपी

बच्चे हैं कभी-कभी डांट पड़ जाती है। लेकिन ऐसा नहीं है कि हम उसका सपोर्ट नहीं करते। पूरा सपोर्ट करते हैं और हर पसंद ना पसंद का ख्याल रखते हैं।

तनु शर्मा, गौरी की मां