मेरठ ब्यूरो। शहर के स्कूल इन दिनों हाईकोर्ट के आदेश को भी नहीं मान रहे हैं। दरअसल, कोर्ट का आदेश था कोरोना काल 2021-22 में स्कूलों ने जो फीस ली है, उसकी 15 फीसदी पेरेंट्स को रिटर्न करनी पड़ेगी। इसके बाद पेरेंट्स ने स्कूलों से इस बाबत संपर्क किया तो स्कूल फीस रिटर्न करने में टालमटोल करने लगे। ऐसे में कुछ पेरेंट्स ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी आवाज उठाई है।
सोशल मीडिया से उठाई आवाज
निजी स्कूलों की ओर से फीस रिटर्न न करने पर पेरेंट्स ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। प्रशांत चौधरी और अंकित ने ट्वीटर पर सीएमओ और पीएम के अकाउंट पर इस मुद्दे पर मदद मांगी है। उन्होंने लिखा है कि पब्लिक स्कूल मनमानी कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जाए।

पेरेंट्स की प्रॉब्लम्स बताईं
गौरतलब है कि कोविड काल में हाईकोर्ट ने पब्लिक स्कूलों को 15 फीसदी फीस वापस करने का आदेश दिया था। बावजूद इसके, पब्लिक स्कूलों ने पेरेंट्स को यह फीस वापस नहीं की। इससे नाराज होकर पेरेंट्स एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है। वहीं, इस मामले में विभिन्न समाजसेवी और स्टूडेंट लीडर ने भी सक्रियता दिखाकर पेरेंट्स की शिकायत पर नाराजगी जाहिर की।

सीएम को लिखा लेटर
फीस रिटर्न न करने के मामले को लेकर मेरठ पेरेंट्स एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। इसमें 15 फीसदी फीस वापसी की मांग की गई है।


इस संबंध में हमने भी पेरेंट्स एसोसिएशन को अपने विचार दिए हैं, फीस तो स्कूलों को लौटानी चाहिए, स्कूल हर बार कोई न कोई बहाना करके बच जाते हैं।
अंजली, पेरेंट्स

कोर्ट हो या फिर कोई अधिकारी इन स्कूलों का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। अब सुप्रीम कोर्ट का बहाना बनाकर ये स्कूल्स बच रहे हैं।
महेंद्र, पेरेंट्स

इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आगामी हफ्ते में इसकी सुनवाई हो सकती है। जो भी आदेश होंगे वह हमें मान्य होगा
राहुल केसरवानी, अध्यक्ष, सीआईएस व सहोदय

इस मामले में सुनवाई अभी बाकी है। न्यायालय से जो भी फैसला आएगा उसे हमारी पूरी तरह से अमल में लाएंगे।
डॉ। कर्मेंद्र सिंह अध्यक्ष, सहोदय मेरठ महान।।