समय- 2: 30 बजे
बच्चा पार्क
बच्चा पार्क रोड पर छोटी बहन के साथ रिक्शे पर जा रहे पति को पत्नी ने पकड़ लिया। रिक्शा रोक लिया गया और उससे मारपीट शुरू हो गई। पत्नी ने अपने पति और बहन को पीटना शुरू कर दिया। गाली गलौज का जितना स्टाक था, उसका इस्तेमाल किया जा रहा था। दस साल का बेटा तमाशा देख रहा था। किसी ने कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। तब दो थाने की पुलिस पहुंची। एरिया डिसाइड करके पुलिस पति, पत्नी, साली और बच्चे को थाना कोतवाली ले आई.
समय - तीन बजे
थाना कोतवाली
थाने में बाप-बेटे एक साइड में बैठा दिए गए। दोनों बहनें पुलिस वालों के सामने ही झगड़ती रही.
बड़ी बहन -मेरे पति को तू कहां ले जा रही थी?
छोटी बहन - ये मेरा पति है। मैंने इससे कोर्ट मैरिज की हुई है.
बड़ी बहन - तुझे शर्म नहीं आती। अपने जीजा को पति बताती है.
छोटी बहन - ये मेरे जीजा नहीं, पति हैं। मैंने इससे शादी कर ली है। इसलिए ये मेरे संग ही रहेंगे.
(दोनों बहनें चिल्ला-चिल्ला कर लड़ी रही थी। और बेटा ये सब देखने को मजबूर था। वो समझ नहीं पा रहा था, ये क्या हो रहा है। उसके पापा का चेहरा लटका था। वो कभी फोन पर बात कर तो कभी इधर-उधर चेहरा घुमाकर अपनी झेंप मिटाने की कोशिश कर रहा था। थाने के सिपाही इनकी लड़ाई से मजा ले रहे थे। इनकी आपस में लड़ाई बढ़ती देख डांट भी लगा रहे थे। इधर, रिश्तेदार, पड़ोसी, राहगीर भी जुटने लगे थे.

परिवारिक पृष्ठभूमि
पूर्वा अहिरान में रहने वाले किशनचंद वेद का लडक़ा मनोज ब्याज पर रुपये देने का काम करता है। मनोज की शादी 11 साल पहले जागृति विहार की रहने वाली बबीता से हुई थी। बबीता अपने परिवार में सबसे बड़ी है। उससे छोटी तीन बहनें और भी हैं। इनमें तीसरे नंबर की सपना रानी है। जो शनिवार को अपने जीजा के साथ नई दुनिया बसाने जा रही थी। सपना ने अपने जीजा के साथ रहने की जिद ठान रखी है। परिवार वालों के लाख समझाने पर भी वह नहीं मान रही। उसका कहना है कि वो मनोज के साथ कोर्ट मैरिज कर रखी है लेकिन वो कोई सबूत नहीं दे पाई.

घर उजड़ता है
सपना को नहीं पता वो क्या कर रही है। उसके फैसले से एक नहीं कई घर उजड़ते हैं। इतना बड़ा फैसला करते समय उसने अपनी बड़ी बहन बबीता और उसके दो बच्चों के बारे में जरा भी नहीं सोचा। और मनोज का क्या कहें। जिसने अपने बसे बसाये घर को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।