कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू की

एसडीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी ने रिपोर्ट तैयार डीएम को भेजी

Meerut। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का जल्द कायाकल्प होगा। एसडीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी ने रिपोर्ट तैयार डीएम को भेज दी है। इस रिपोर्ट पर डीएम के स्तर से आगे की कार्य योजना पर काम होगा।

नए कलेवर में होगी तैयार

सीएचसी और पीएचसी अब नए कलेवर में दिखाई देंगी। मरीजों की सुविधाओं के लिए नए पर्दे, नए बेड, नए गद्दे, लैब की सुविधा के साथ मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए विभाग ने नए स्टाफ की मांग भी की है। हालांकि अभी एसडीएम द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट पर डीएम के स्तर पर कार्यवाही की जानी है। इसके बाद जल्दी ही सभी सीएचसी और पीएचसी नये रूप में दिखेंगी।

इन मुद्दा पर हुआ निरीक्षण

एसडीएम कमलेश गोयल ने बताया कि उनकी टीम ने कई सीएचसी, पीएचसी का निरीक्षण किया है। इसके साथ ही मवाना, हस्तिनापुर, निलोहा, बहसूमा, किला परीक्षितगढ़, किठौर और माछरा की सीएचसी का निरीक्षण भी किया है। यहां मरीजों के लिए जरूरी सुविधाओं की कमी के सामानों की सूची तैयार की जा चुकी है। टीम ने अस्पताल के प्रत्येक वार्ड में भ्रमण के साथ प्रत्येक काउंटर, दवा, वैक्सीन आदि की भी जानकारी ली। साथ ही टीम ने अस्पताल में ओपीडी, एक्सरे, प्रसव कक्ष, जेनरेटर रूम, शौचालय, वैक्सीन कक्ष, लेबर रूम, वार्ड, टीबी कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उपचार कराने पहुंचे मरीजों से भी टीम ने स्वास्थ्य सुविधाओं सहित कई बिदुओं पर बात कर जानकारी ली। निरीक्षण के बाद ही कमेटी ने रिपोर्ट तैयार की।

कमिश्नर ने दिए थे निर्देश

कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बीते दिनों मवाना, हस्तिनापुर और निलोहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण भी शामिल था। इन स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने डीएम और सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक की थी। इसके बाद डीएम ने एसडीएम मवाना की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई। कमेटी को मवाना तहसील के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी और पीएचसी) का बारीकी से निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपनी थी।

सीएचसी प्रभारियों की ओर से मिली मांगों के अनुसार शासन-प्रशासन को रिपोर्ट दी गयी है। सीएचसी और पीएचसी का जल्द ही कायाकल्प होगा।

डॉ। अखिलेश मोहन, सीएमओ, मेरठ