- तीन फॉर्म से ज्यादा में नहीं लिखा जा सकता है एक मोबाइल नम्बर।

- यूपी से बाहर वाले स्टूडेंट्स को जरूरी देना होगा मूल निवास प्रमाण पत्र।

Meerut - सीसीएस यूनिवर्सिटी व संबंधित कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। 12 जून से यूजी लेवल के रजिस्ट्रेशन शुरू होने वाले है। ऐसे में सीसीएस यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को प्रवेश प्रक्रिया संबंधित एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें प्रवेश की प्रक्रिया को लेकर संबंधित दिशा निर्देश जारी किए गए है।

क्रिमनल केस है तो पहले से बता दें

यूनिवर्सिटी में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया के लिए यह दिशा निर्देश भी दिया गया है कि अगर किसी स्टूडेंट का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है तो उस के संबंध में फॉर्म में या फिर यूनिवर्सिटी पर जानकारी दे दें। यूनिवर्सिटी से यह साफ कर दिया गया है कि अगर बाद में कोई स्टूडेंट किसी तरह के केस में लिप्त पाया जाता है तो उसका आवेदन रद्द कर दिया जाएगा।

सीट की मिलेगी पूरी जानकारी

यूनिवर्सिटी की ओर से सभी कॉलेजों को सूचित कर दिया गया है कि इस बार वह भी अपनी पूरी जानकारी ऑनलाइन कर लें। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी ने भी इस बार अपने सभी कोर्सेस की जानकारी को ऑनलाइन करने का फैसला लिया है। जिससे यह स्टूडेंट्स को यह लाभ मिलने वाला है कि वह हर कॉलेज की सीट संबंधित जानकारी ऑनलाइन हासिल कर सकेंगे। यानि स्टूडेंट को रजिस्ट्रेशन के समय यह पता लग जाएगा कि वह जिस कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं उसमें सीट हैं भी या नहीं।

कॉलेजों करेंगे प्रमाण पत्रों की जांच

यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजों को भी दिशा निर्देश जारी किए हैं कि एडमिशन संबंधित स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट की पूरी तरह से जांच पड़ताल करके ही उनको एडमिशन दिया जाए। इसके साथ ही कॉलेजों को लॉग इन के अंदर यूनिवर्सिटी द्वारा संबंधित किए गए पाठ्यक्रम व उनमें आवंटित विषयों में सीटों की संख्या का फॉर्मेट दिया गया है। दिए गए फॉर्मेट को ऑनलाइन भरें व उसका प्रिंट लेकर विगत वर्षो की भांति शपथ पत्र के साथ यूनिवर्सिटी में निर्धारित तिथि से पूर्व जमा करें।

नहीं भरने होंगे ज्यादा पैसे

अक्सर पहले हर कॉलेज के लिए सौ रुपए पर कॉलेज के हिसाब से देने होते थे। लेकिन इस बार स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन के लिए ज्यादा पैसे नहीं खर्च करने होंगे। सौ रुपए में स्टूडेंट्स छह कॉलेज व तीन पाठ्यक्रम का चयन कर सकते हैं।

तीन फॉर्म पर एक नम्बर

अक्सर पहले फॉर्म पर स्टूडेंट्स केवल एक ही फोन नम्बर लिख देते थे। जिससे नम्बर बंद होने की वजह से उनके संपर्क करना मुश्किल हो जाता था। लेकिन इस बार यूनिवर्सिटी ने एक की जगह दो नम्बर भरने की हिदायत दी है

नाम में हुई दिक्कत तो उसे देखेंगें

अक्सर हाईस्कूल व इंटर की बोर्ड मार्कशीट में नाम की गड़बड़ी की शिकायतें सामने आती है। जिनमें बोर्ड की गलती के चलते नाम गलत हो जाते हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी स्तर पर अन्य प्रमाण देखकर समस्या का समाधान किया जा सकता है।

आधार कार्ड पर उठे सवाल

यूनिवर्सिटी में फॉर्म भरने के लिए स्टूडेंट्स को आधार कार्ड भरने के लिए भी निर्देश दिए गए थे। वो इसलिए क्योंकि समाज कल्याण विभाग के लेटर में यूनिवर्सिटी को लिखा गया है स्कॉलरशिप लेने वालों को आधार कार्ड नम्बर देने होंगे। लेकिन ग्रेजुएशन लेवल पर फ‌र्स्ट इयर में प्रवेश करने वाले चार लाख से अधिक स्टूडेंट्स ऐसे है जिनके आधार कार्ड ही नहीं बने है। ऐसे में लाखों छात्रों के भविष्य का ख्याल रखते हुए वीसी प्रो। एनके तनेजा ने कहा कि आधार कार्ड को रजिस्ट्रेशन के समय जरूरी न करके उन्हें यह बाद में आधार कार्ड नम्बर देने का समय दिया जाए।