-लाशों को चीर कर निकाल लेते है किडनी, लीवर आदि महत्वपूर्ण अंग

-घिनौने कृत्य को डाक्टरों की शह पर चीरफाड़ करने वाला देता है अंजाम

Meerut : मेडिकल कॉलेज से जुड़े पोस्टमार्टम हाउस पर मानव अंगों का कारोबार हो रहा है। लाशों को चीरकर किडनी, लीवर और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को निकाल लिया जाता है। सूत्रों पर यकीन करें तो सभी अंगों के अलग-अलग रेट तय हैं। एक स्टिंग में पूरे मामले का खुलासा हुआ है। चीरफाड़ करने वाले युवक के साथ पोस्टमार्टम करने वाले युवक भी घेरे में हैं।

तांत्रिकों को बेच रहे

मेरठ के मेडिकल कालेज परिसर में बने नए पोस्टमार्टम हाउस में डॉक्टरों की निगरानी में दो युवक शवों की चीरफाड़ करते और सिलते हैं। इनके नाम धर्म सिंह और श्याम सिंह हैं। सूत्रों का कहना है कि पोस्टमार्टम के दौरान लाशों को चीर कर किडनी और लीवर तक निकाल लिया जाता है। इन्हें तांत्रिकों को बेच दिया जाता है। यही नहीं, अंगों को बेचकर वसूली जा रही रकम में डाक्टरों से लेकर ऊपर के अफसरों तक का हिस्सा माना जा रहा है। एक स्टिंग में सामने आए विजुअल में ये सब साफ है। क्लिप में एक व्यक्ति धर्म सिंह से 5100 रुपये में लीवर खरीदता हुआ दिख रहा है।

तस्करी का बड़ा कारोबार

माना जा रहा है कि दूरदराज में तांत्रिक क्रिया करने वाले युवक मेरठ के पोस्टमार्टम हाउस से जुड़े हुए हैं। इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि पोस्टमार्टम हाउस से मानव अंगों की तस्करी का बड़ा कारोबार चल रहा है। मामला स्वास्थ्य विभाग के अफसरों तक पहुंचा तो हर कोई खुद का बचाव करने में जुट गया है। सीएमओ इसका जिम्मेदार कॉलेज के प्राचार्य को बता रहे हैं, जबकि प्राचार्य सीएमओ को। डीएम पंकज यादव ने मामले के संज्ञान में आने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर पुलिस तैनात करने के आदेश किए हैं।

लापरवाही या शह

इस पूरे मामले में डाक्टरों की मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता। धर्म सिंह क्लिपिंग में कह रहा है कि वह पैसा अकेला नहीं रखता। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों से लेकर ऊपर तक जाता है। यदि डाक्टर इससे इन्कार कर रहे हैं तो भी लापरवाही साफ नजर आती है। शरीर से मानव अंगों के निकाल लेने का मतलब है कि डॉक्टर शवों की सिलाई अपने सामने नहीं करवा रहे हैं। जबकि सिलाई से लेकर कपड़े में शव को सील करने तक डाक्टरों की जिम्मेदारी है।

लाशों से अंगों को बेचने का मामला हमारे संज्ञान में आ चुका है। इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। सीएमएस और पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों को आदेश कर दिया है कि अपने सामने ही शवों को सील कराएं।

-रमेश चंद्रा, सीएमओ मेरठ

लाशों से अंगों को बेचने का मामला हमारे संज्ञान में नहीं है। यदि किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर आई तो अंगों को बेचने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

-स्वर्णजीत कौर, सीओ, सिविल लाइन