मेरठ (ब्यूरो)। शहर में यात्रियों की सुविधा के लिए बस स्टॉप की व्यवस्था की गई है। मकसद है कि यात्रियों को आसानी से सिटी बस मिल जाए। इससे उनकी यात्रा सुगम हो सके। हालांकि, शहर में कुछ जगहों पर बस स्टैंड तो बना दिए गए हैं, लेकिन उनकी देख-रेख करने वाला कोई नहीं है। ऐसा ही कुछ हाल सीसीएस यूनिवर्सिटी के पास बने बस स्टॉपेज का है। यहां पर बस स्टैंड तो बना दिया गया, लेकिन देखरेख न होने से बस स्टॉप की सीटें और छत तक खराब हो गई हैं। इस प्रॉब्लम्स को लेकर स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर शिकायत की है।

दुकानदारों का अतिक्रमण
हालत यह है कि बस स्टॉप की देखरेख नहीं है। इस कारण वहां पर डिस्प्ले बोर्ड, सीट और छत तक खराब हो गई है। यही नहीं, डिस्प्ले बोर्ड खराब हो गया है तो वहां पर लोगों ने पोस्टर लगा दिए है। इससे बस स्टैंड की हालत बद से बदतर हो गई है। इसके अलावा दुकानदारों ने भी अपनी छोटी-छोटी दुकानें सजा ली हैं।

जिम्मेदार हैं बेपरवाह
हालत यह है कि दुकानदारों ने यहां की जगह को ही घेर लिया है। इसलिए यहां पर बसों के इंतजार में कोई यात्री खड़ा नहीं हो सकता है। खास तौर पर बरसात के दिनों में तो समस्याएं और बढ़ जाती हैं। हजारों स्टूडेंट्स और मुसाफिरों को वहां पर खड़े होकर बस और ऑटो रिक्शा का इंतजार करने की जगह ही नहीं मिल पाती है। लेकिन इस पर किसी का भी कोई ध्यान नहीं जा रहा है। इस समस्या को ट्विटर पर साझा किया है। इसके साथ ही इसे ठीक करवाने की मांग की है।

होती है परेशानी
अब इस समस्या को लेकर स्टूडेंट्स रजत ठाकुर, स्टूडेंट लीडर अंकित अधाना व कुछ टीचर्स ने ट्विटर के जरिए आवाज उठाई है। उन्होंने इसको यूपी सीएम, सीसीएसयू व परिवहन विभाग को भी टैग करते हुए समस्या के बारे में बताया है। सीसीएस यूनिवर्सिटी के सामने बस स्टैंड की स्थिति इतनी खराब है कि स्टूडेंट्स को और आसपास के लोगों को वहां खड़े होने की जगह तक नहीं मिल पाती है।

यह वाकई ही बड़ी समस्या है, हम लोगों को ऑटो रिक्शा लेना हो या बस, खड़े होने की जगह नहीं मिलती है।
मानसी

बस स्टैंड तो ठीक होना चाहिए, काफी दिक्कत हो जाती है। कई बार हमें सड़क पर आगे चलना पड़ता है, बस निकल जाती है पकडऩा मुश्किल हो जाता है।
नंदनी

स्टूडेंट्स की नहीं बल्कि ये आम पब्लिक की भी समस्या है, क्योंकि वहां तो आम पब्लिक भी आती है, सभी को परेशानी होती है।
निखिल

इन सभी बस स्टॉपेज को रिपेयर कराने के लिए नगर निगम से कहा जा चुका है। जो भी कमियां हैं उनको दूर करने के साथ कई नए स्थानों पर भी बस स्टोपेज बनाए जाएंगे। इसके लिए योजना पर काम चल रहा है।
विपिन सक्सेना, एआरएम