- कोई कार्रवाई न होने को लेकर जैन मुनि करेंगे अपना आंदोलन

- जैन मुनि प्रभसागर ने स्लॉटर हाउस को लेकर उठाई हुई है मुहिम

Meerut : पशु मास के निर्यात के खिलाफ मेरठ में एक फिर से आवाज बुलंद करने वाले जैन प्रभसागर ने प्रशासन को 80 दिन की मोह लत देते हुए कहा है कि अगर कोई रिजल्ट नहीं मिलता है तो वो अपना आंदोलन शुरू कर देंगे। गौरतलब है कि पिछले चार पांच दिनों से प्रशासनिक अधिकारी जैन मुनि को संथारा न लेने के लिए मनाने में जुटे हुए थे। ऐसे में अधिकारियों को 80 दिनों का समय मिलना काफी राहत भरा है।

मांस निर्यात के खिलाफ मोर्चा

अखिल भारतीय मांस निर्यात एवं यांत्रिक कत्लखाना विरोध महासंघ के बैनर तले जैन मुनि मैत्री प्रभसागर ने मांस निर्यात के खिलाफ मोर्चा खोला था। करीब दो हफ्ते पहले उन्होंने अपने द्वारा लिखे पत्र में साफ कर दिया था कि अगर पूरे देश में मांस निर्यात को नहीं रोका गया तो संधारा ले लेंगे। इस लेटर को उन्होंने डीएम को भी दे दिया था।

टूट रहा है सब्र का बांध

जैन मुनि प्रभसागर ने कहा कि भारत सरकार इसको लेकर कई बार आश्वासन दे चुकी है। लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। जिसके कारण उनके सब्र का बांध टूटता जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कत्लखानों और मांस निर्यात की वजह से पशुधन समाप्त होता जा रहा है। जिससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ता जा रहा है। पर्यावरण संतुलन को ठीक बनाए रखने के लिए पशुधन को बचाया जाना काफी जरूरी है।

कर चुके हैं आंदोलन

अखिल भारतीय मांस निर्यात एवं यांत्रिक कत्लखाना विरोध महासंघ के बैनर तले जैन मुनि मैत्री प्रभसागर पहले भी आंदोलन कर चुके हैं। 27 दिसंबर 2014 और 15 मार्च 2015 में दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन कर चुके हैं। सरकार के आश्वासन के बाद उन्होंने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया था। लेकिन उसके बाद अभी तक कोई रिजल्ट नहीं निकला। न ही कोई रिजल्ट निकलता हुआ दिखाई दे रहा है।