- एचसी जज ने भेजी बाल कल्याण विभाग और डीएम को अपनी रिपोर्ट

- जज ने 26 नवंबर को किया था जुवेनाइल सेल का किया था निरीक्षण

- दीवारों पर लगे हुए थे कटरीना और सनी लियोन के पोस्टर

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Meerut : आखिर जुवेनाइल सेल में उनके मानसिक, सामाजिक स्तर में सुधार लाने के प्रयास किए जाने जरूरी है। लेकिन लेकिन टीवी में आने वाली एडल्ट फिल्म और दीवारों में चिपके हुए फिल्मी सितारों के अश्लील पोस्टर बच्चों में किसी तरह का सुधार नहीं ला सकते है। ये बातें हाईकोर्ट के जज सुधीर कुमार सक्सेना की रिपोर्ट में कही गई हैं। जस्टिस सक्सेना ने 26 नवंबर को जुवेनाइल सेल का इंस्पेक्शन किया था। जिसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट बाल कल्याण विभाग और डीएम को अपनी रिपोर्ट सौंपी हैं।

देखी जा रही थी फिल्म

रिपोर्ट की मानें तो जब जस्टिस सक्सेना जब जुवेनाइल सेल का निरीक्षण कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि बच्चे मूवी देख रहे थे। मूवी भी कोई देशभक्ति शिक्षाप्रद नहीं बल्कि प्योरली एडल्ट मूवी 'क्या कूल हैं हम'। बकायदा बच्चों के लिए डीटीएच लगवाया गया था। ताकि वो टीवी देखें और शांत रहें। अपनी रिपोर्ट में जस्टिस सक्सेना ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बच्चों को शिक्षाप्रद और दूरदर्शन के चैनल ही दिखाएं जाए।

दीवारों पर कटरीना और सनी

रिपोर्ट में दीवारों पर फिल्मी सितारों के पोस्टरों और बैनर की बात भी सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जुवेनाइल सेल के बच्चों के दीवारों पर कटरीना कैफ, सनी लियोन रितिक रोशन और अक्षय कुमार जैसे फिल्मी सितारों के पोस्टरों से दीवार को पाट रखा था। रिपोर्ट के अनुसार दीवारों पर शिक्षाप्रद स्लोगन नहीं थे। जो जुवेनाइल सेल के बच्चों के लिए काफी जरूरी है।

क्या कहते हैं अधिकारी?

इस बारे में जब डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन ऑफिसर पुष्पेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सेल से डीटीएच को हटा दिया गया है। वैसे डीटीएच लगाना नियमों के खिलाफ नहीं है। वहीं बच्चों को सिर्फ दूरदर्शन के चैनल ही दिखाए जा रहे हैं। वहीं दीवारों से पोस्टर और तस्वीरें भी हटा दी गई है। अब वहां शिक्षाप्रद स्लोगन को पेंट कराएं जाएंगे। ताकि बच्चे उन्हें हटा न सके।

मांग लगवाए गए गीजर और ब्लॉअर

डीपीओ पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि जुवेनाइल सेल, बाल गृह (बालक), राजकीय महिला शरणालय और आफ्टर केयर होम में सर्दियों को लेकर गीजर और ब्लॉअर की डिमांड की गई थी। जरुरत को देखते हुए चारों संस्थाओं में लगा दिए गए हैं। जुवेनाइल सेल में मौजूदा समय में 32 बच्चे हैं। जहां 10 ब्लॉअर, 3 गीजर लगाए गए हैं। वहीं बाल गृह (बालक) में 7 ब्लॉअर और 2 गीजर लगाए गए हैं। जबकि वहां पर 16 बच्चे रह रहे हैं। राजकीय महिला शरणालय में 64 महिलाएं निवास कर रही हैं। उनके लिए 6 ब्लॉअर और 2 गीजर की व्यवस्था की गई है। आफ्टर केयर होम में 44 लोग रह रहे हैं। जिनके लिए 8 ब्लॉअर और 2 गीजर लगाए गए हैं।