शासन ने शुरु की है ट्रांजेक्शन फ्री स्कीम।

पांच जिलों से शुरु की गई है पहल

Meerut प्रदेश में ट्रांजेक्शन फ्री स्कीम शुरु कर दी गई है। इसके तहत परिषदीय स्कूलों से आठवीं पास करके निकलने वाले बच्चों को हर हाल में नवीं में एडमिशन दिलाया जाएगा। योजना पूरे प्रदेश में लागू हैं, लेकिन इसके लिए पहले चरण में आदर्श स्थिति बनाने के लिए पांच जिलों को चयनित किया गया है। इस स्कीम में आठवीं पास करने वाले बच्चों का पूरा रिकार्ड रखा जाएगा। इन पांच जिलों में मुरादाबाद, मेरठ भी शामिल है।

रखनी होगी पढ़ाई जारी

आठवीं के बाद भी बच्चों की पढ़ाई जारी रख वे उच्च शिक्षा हासिल करें इसके लिए ट्रांजेक्शन फ्री स्कीम शुरु की गई थी। इसके तहत परिषदीय व अन्य सरकारी स्कूलों से पढ़ने वाले बच्चों को आठवीं पास करने के बाद माध्यमिक स्कूलों में नवीं क्लास में एडमिशन दिलाने की जिम्मेदारी अब सरकार की होगी। इसके लिए शासन ने जिलों में एडमिशन कराने की मुहिम शुरु कर दी गई है। लेकिन पांच जिलों को आदर्श बनाने के लिए चयनित किया गया है। इसमें मेरठ, मुरादाबाद सहित पांच जिलों को शामिल किया गया है।

रखा जाएगा रिकॉर्ड

योजना के तहत आठवीं पास करने वाले बच्चों को पूरा डाटा रखा जाएगा। रिजल्ट देने के साथ ही उनके नाम पते के साथ ही फोन नम्बर भी लिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने किस स्कूल में एडमिशन लिया है, उसके प्रिंसिपल का नाम व फोन नम्बर भी रिकॉर्ड में देना होगा। फोन नम्बर पर संपर्क कर बच्चों की स्थिति की समय-समय पर जानकारी ली जाएगी।

अधिकारियों को निर्देश

शासन ने सभी जेडी को निर्देश जारी किए हैं जेडी ने बताया कि योजना को सफल बनाने के लिए बीएसए, बीईओ, डीआईओएस, बीआरसी, डीआईओएस सभी को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। 2016 में आठवीं पास करने वाले शत प्रतिशत बच्चों को एडमिशन देने का प्रयास किया जाएगा। इस साल पास होने वाले कितने बच्चों को 2017 में अगली क्लास में प्रवेश रिपोर्ट देनी होगी।

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इस संबंध में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इस योजना के दौरान अगर बच्चा बीच में पढ़ाई छोड़ता है तो ऐसे में टीचर्स उनके घर जाकर पेरेंट्स को आगे पढ़ाने के लिए जागरुक करेंगें।

डॉ। महेंद्र देव, जेडी