रेलवे ने एमडीए से मांगी 50 एकड़ जमीन

फ्रेट कॉरिडोर के डिपो के लिए रेलवे दबथुआ, जंगेठी और पांचली में विकल्प तलाशने में जुटा

Meerut। लॉकडाउन खत्म होते ही फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण की गति भी तेज हो गई है। फ्रेट कॉरिडोर के डिपो के लिए रेलवे दबथुआ, जंगेठी और पांचली में विकल्प तलाशने में जुट गया है। डिपो के लिए रेलवे ने एमडीए से 50 एकड़ जमीन की मांग की है, लेकिन जगह अभी फाइनल नही है। जगह के मुद्दे पर एमडीए तेजी से इन तीनों विकल्पों पर मंथन कर रहा है। क्योंकि रेलवे को देने के लिए एमडीए के पास जगह नही है अब 50 एकड़ के लिए एमडीए को किसानों से जमीन का अधिग्रहण करना होगा। ऐसे में पांचली में डिपो के लिए रेलवे को बेहतर विकल्प दिख रहा है।

जमीन अधिग्रहण बनेगा मुददा

फ्रेट कॉरिडोर के लिए पांचली में 50 एकड़ जमीन रेलवे को उपलब्ध कराना एमडीए के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। फ्रेट कॉरीडोर के लिए एमडीए के पास अपनी जमीन नहीं है। ऐसे में एमडीए जमीन का अधिग्रहण कर रेलवे को जमीन उपलब्ध कराएगा। इसके लिए पांचली के किसानों से यह जमीन अधिग्रहण की जाएगी। ऐसे में अब पहले एमडीए किसानों से बातचीत करने की योजना बना रहा है, लेकिन बातचीत से पहले ही किसानों का विरोध शुरु हो गया है। कुछ किसान फ्रेट कॉरिडोर डिपो को पांचली में बनाने के पक्ष में नही हैं ऐसे में एमडीए किसानों से बातचीत कर इस जमीन को उपलब्ध कराने की कवायद में जुट गया है।

जंगेठी और दबथुआ भी विकल्प

हालांकि, पांचली के अलावा जंगेठी और दबथुआ के बीच की जमीन पर फ्रेट कॉरीडोर के डिपो के लिए बतौर विकल्प तलाशी जा रही है। क्योंकि मेरठ-करनाल हाइवे का भी चौड़ीकरण हो रहा है ऐसे में माल ढुलाई के दौरान यहां भारी वाहनों आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। वहीं कंकरखेड़ा से सरधना की तरफ रोड बहुत चौड़ी है इसलिए वहां जाम की समस्या नही है जबकि बागपत रोड पर अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। इसलिए यह पांचली से अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

बागपत रोड के पांचली के साथ साथ जंगेठी व दबथुवा के जंगल में भी डिपो बनाया जा सकता है। फिलहाल कोई जगह फाइनल नही है। रेलवे के अधिकारियों से इस संबंध में लगातार बातचीत चल रही है।

इश्त्याक अहमद, चीफ टाउन प्लानर