- गंगानगर एक्सटेंशन में प्रस्तावित पावर हाउस की जमीन पर कब्जा दिलाने गई थी टीम

- मौके पर किसानों का विरोध देख कर एमडीए टीम ने की वापसी

<- गंगानगर एक्सटेंशन में प्रस्तावित पावर हाउस की जमीन पर कब्जा दिलाने गई थी टीम

- मौके पर किसानों का विरोध देख कर एमडीए टीम ने की वापसी

Meerut:Meerut: गंगानगर में प्रस्तावित पावर हाउस की जमीन पर कब्जा दिलाने गई एमडीए की टीम को किसानों का विरोध झेलना पड़ गया। गुरुवार को गंगानगर पहुंची एमडीए की टीम का घेराव कर किसानों ने विरोध खड़ा कर दिया। किसानों का आक्रोश देख टीम बैरंग लौट आई। उधर, किसानों ने जबरन कब्जा लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

नहीं मिला कब्जा, लौटी टीम

दरअसल, एमडीए की गंगानगर एक्सटेंशन योजना में फ्फ्/क्क् केवी का पावर हाउस बनना प्रस्तावित है। इसके लिए एमडीए ने पीवीवीएनएल को क्0 हजार वर्ग मीटर जमीन आवंटित की है। प्राधिकरण की इस जमीन पर मुआवजे को लेकर किसानों का पुराना विवाद चला आ रहा है। यहां तक कि इस जमीन को अब्दुल्लापुर के किसान ही बोते चले आ रहे हैं। प्रोजेक्ट को लेकर पीवीवीएनएल की टीम यहां कई बार कब्जा लेने का प्रयास कर चुकी है, लेकिन किसानों ने हर बार उन्हें खदेड़ दिया है। अब एमडीए सचिव कुमार विनीत के निर्देश पर एमडीए तहसीलदार करणवीर सिंह व एसई एपी सिंह के नेतृत्व में एक टीम जमीन पर कब्जा लेने गई थी। रालोद नेता राममेहर सिंह के नेतृत्व में मौजूद किसानों ने वहां हंगामा खड़ा कर दिया। जिसके बाद टीम बिना कब्जा लिए ही वापस लौट आई।

योजना पर है विवाद

गंगानगर एक्सटेंशन योजना एमडीए ने किसानों से ख्ब्म् बीघा जमीन अधिग्रहण की थी और उसमें प्लाटिंग कर दी थी। तब से आज तक उस जमीन को वहां के किसान ही जोतते आ रहे हैं। यहां किसानों की मांग नई भू-अधिग्रहण नीति से मुआवजा भुगतान की है। जमीन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे किसानों और एमडीए के मुकदमें में भी कोर्ट का निर्णय प्राधिकरण के पक्ष में आया था। जिसको लेकर एमडीए बामुश्किल ब्ख् बीघा जमीन पर ही कब्जा ले पाया था। जबकि शेष ख्0ब् बीघा जमीन में ही पॉवर स्टेशन की जमीन चयनित की गई है।

संबंधित जमीन एमडीए की है। किसान यहां पॉवर हाउस बनाने का विरोध कर रहे हैं। हमारी टीम कब्जा लेने गई थी। किसानों ने विरोध किया है। अब जबरन कब्जा लिया जाएगा।

कुमार विनीत, सचिव एमडीए