- 30 घंटे से ज्यादा समय तक चला सर्च ऑपरेशन

- कॉलोनी से बाहर तीन किलोमीटर तक चला सर्च ऑपरेशन

Meerut : दिव्यांग गौरव का दो दिन बाद भी कोई अता-पता नहीं है। शनिवार को फूलबाग कॉलोनी के गली नंबर 11 में रहने वाला 12 वर्षीय गौरव नाले में गिरकर बह गया था। शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग नाले के मुहाने पर खड़ा होकर खेल रहा था, तभी अनियंत्रित होकर वह उसमें गिर पड़ा। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुए 30 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। उधर गौरव की बरामदगी को लेकर परिजनों संग मोहल्ले वासियों ने गढ़ रोड को जाम कर दिया। परिजनों का आरोप था कि उनके क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा रहा है।

नहीं मिली कामयाबी

गौरव अपने घर के समीप राजू पार्क के सामने नाले में शनिवार दोपहर 11:30 पर गिर गया था। उसकी खोजबीन के लिए नगर निगम, फायर ब्रिगेड, पुलिस और जिला प्रशासन ने 30 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। बावजूद इसके गौरव को कुछ अता-पता नहीं चला। रविवार को कई स्वयं सेवी संगठन भी ऑपरेशन में प्रतिभाग करने के लिए वहां पहुंच गए। निगम ने जहां जेसीबी के द्वारा नाले में मिट्टी डाल कर पानी के बहाव को कम किया तो उसके सफाई कर्मचारी जाल लेकर नाले को खंगालते रहे। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम एग्जॉस्ट मशीन, कांटे और जाल के साथ नाले में छानबीन करती रही। शनिवार रात में फायर कर्मी हाथ में हाई पॉवर लाइट लेकर सर्च ऑपरेशन चलाते रहे, लेकिन ज्यादा अंधेरा होने की वजह से उन्होंने सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया।

आज खंगालेंगे काली नदी

रविवार सुबह सूरज उगते ही निगम, फायर बिग्रेड की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए फिर पहुंच गई। टीमों ने शाम तक कॉलोनी से आगे हारमनी होटल से पीवीएस मॉल तक करीब तीन किलोमीटर तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। निगम के करीब एक दर्जन से ज्यादा सफाई कर्मी जहां जाल लेकर नाले में उतरे थे तो फायर ब्रिगेड की दो यूनिट बारी-बारी से नाले में सर्च ऑपरेशन चलाया। एग्जॉस्ट मशीन से नाले के अंदर का सब कुछ खींचा गया, वहीं फायर कर्मी जाल व कांटे से नाले की टोह लेते रहे। सीएफओ आईएस सोनी ने बताया कि देर शाम तक सर्च ऑपरेशन चलाया। सोमवार को वे अब पीवीएस मॉल से काली नदी तक खंगालेंगे।

परिजनों ने नहीं खाया खाना

जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, गौरव के जिंदा बचने की उम्मीद धूमिल होती जा रही है, लेकिन परिजन और मोहल्ले वासियों में अभी तक उसके जिंदा होने की उम्मीद बाकी है। गौरव की मां सुशीला और नाना अंतराम ने जब से घटना हुई है तब से मुंह में अन्न का एक दाना तक नहीं डाला। मां तो कई बार बेसुध होकर गिर पड़ी। मोहल्लेवासियों ने उसे पानी पिलाकर संभाला। मोहल्ले में मातम छा गया है। हर किसी के सामने उसका मासूम चेहरा घूम रहा है।

गढ़ रोड को किया जाम

उधर गौरव के परिजन और मोहल्ले वासियों ने कॉलोनी के सामने स्थित गढ़ रोड को जाम कर दिया। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन न चलाने का आरोप लगाकर जाम पर प्रदर्शन किया। परिजनों का कहना था कि रविवार को दिन में ही ऑपरेशन बंद कर दिया गया। सुबह से प्रशासन को कोई नुमाइंदा भी नहीं पहुंचा। काफी देर तक वे प्रदर्शन करते रहे। रोड पर लंबा जाम लग गया। मौके पर नौचंदी थाना पुलिस और सीओ सिविल लाइंस पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाया। उन्होंने बताया कि सर्च ऑपरेशन अब कॉलोनी स्थित नाले में नहीं बल्कि उसके आगे चलाया जा रहा है। काफी देर तक समझाने के बाद ही प्रदर्शन कारी शांत हुए।

रेस्क्यू ऑपरेशन में हमारी 2 यूनिट लगातार लगी हुई है। आज ऑपरेशन कॉलोनी से बाहर हारमनी होटल से लेकर पीवीएस मॉल तक करीब 3 किलोमीटर तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सोमवार को काली नदी को खंगालेंगे।

- आईएस सोनी, सीएफओ

रेस्क्यू ऑपरेशन लगाता जारी है। अंधेरा होने के बाद ही बंद कर दिया जाता है। अभी तक गौरव का कुछ पता नहीं चल सका है।

- हरशरण शर्मा, इंस्पेक्टर, नौचंदी थाना