- मेरठ कॉलेज का पार्किंग स्थल आसामाजिक तत्वों का बना हुआ है शरणस्थली
- पार्किंग स्थल पर ही होती है सबसे ज्यादा छेड़छाड़ व फायरिंग की घटनाएं
मेरठ : अब मेरठ कॉलेज की पार्किंग कैमरे की नजर में होगी। पुलिस अधिकारियों के कहने पर कॉलेज प्रशासन ने पार्किंग स्थल पर कैमरे लगाने की कवायद शुरू कर दी है। कई बार पार्किंग में फायरिंग और मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। कैमरे न होने के कारण पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं पाती है।
आरोपी पकड़ से होते हैं दूर
पिछले दो महीने में मेरठ कॉलेज में कई बार फायरिंग के मामले सामने आ चुके हैं। कॉलेज प्रशासन और पुलिस यह पता लगाने में फेल हो जाती है कि फायरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों ने की है या बाहर के छात्रों ने की है। इसके कारण कॉलेज का माहौल खराब हो जाता है। पुलिस अफसरों के कहने पर अब मेरठ कॉलेज की पार्किंग में सीसीटीवी लगवाए जा रहे हैं। मेरठ कॉलेज की पार्किंग में चार कैमरे लगाएं जाएंगे।
छात्रों की सुरक्षा की दृष्टि से कॉलेज की पार्किंग स्थल पर कैमरे लगाने का योजना बनाई जा रही है।
बी। कुमार प्रधानाचार्य मेरठ कॉलेज
पहले से लगे हैं 32 कैमरे
मेरठ कॉलेज में पहले से ही 32 सीसीटीवी लगे हुए हैं। लेकिन पार्किंग स्थल पर कैमरा न होने से आसामाजिक तत्व पुलिस की पकड़ में नहीं आते हैं।
पार्किंग में पांच बार फायरिंग
मेरठ कॉलेज की पार्किंग स्थल पर पांच बार फायरिंग हो चुकी है। छेड़छाड़ की घटना भी यहीं पर सबसे ज्यादा होती है। कैमरा न होने से आसामाजिक तत्वों के लिए यह स्थल सबसे सुरक्षित माना जाता है।