चिंताजनक : यूनिसेफ ने पेश किए है चौंकाने वाले आंकड़े

मेरठ मंडल में 2 लाख बच्चे स्कूल से दूर

- शासन के साथ शुरू होगा फेयर चांस फॉर एवरी चाइल्ड कार्यक्रम

- 2030 तक हर बच्चे को शिक्षित बनाने का निर्धारित किया गया लक्ष्य

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Meerut । यूपी में 16 लाख से भी अधिक बच्चों के लिए स्कूल जाना सिर्फ सपना ही बनकर रह गया है। यह एक भयावह तस्वीर है। आंकड़े बताते हैं कि देशभर में करीब एक करोड़ बच्चे पढ़ाई न करके कुछ काम कर रहे हैं। इसमें 6 से 14 साल के 61 लाख बच्चे शामिल हैं। इन आंकड़ों पर आपको यकीन न हो, लेकिन हकीकत को यूनिसेफ ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है। सौ प्रतिशत शिक्षा के लिए यूनिसेफ सरकार के साथ मिलकर फेयर चांस फॉर एवरी चाइल्ड कार्यक्रम शुरू कर रहा है। इसका लक्ष्य 2030 तक हर बच्चे के पास शिक्षा पहुंचाना है।

मेरठ मंडल में दो लाख

यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार यूपी में 16 लाख बच्चे बीच में ही किसी काम के चलते पढ़ाई छोड़ देते हैं। वहीं मेरठ मंडल में कुल दो लाख बच्चे ऐसे हैं, जिनका स्कूल जाने का सपना अधूरा है। छह से 14 साल तक के 61 लाख बच्चे स्कूल से वंचित हैं। इनमें मेरठ मंडल में स्कूल से वंचित रह जाने के बच्चों की संख्या 3 लाख से भी ऊपर है। ऐसे में इतने सारे बच्चों का स्कूल जाने का सपना बीच में ही अधूरा रह गया है।

छोड़ देते हैं स्कूल

- यूपी में 18.3 प्रतिशत और मेरठ मंडल में 10 प्रतिशत लड़कियां प्राइमरी क्लास में स्कूल छोड़ देती हैं।

- 47 प्रतिशत लड़कियां सेकेंडरी एजुकेशन तक स्कूल छोड़ देती है।

आ रही हैं समस्याएं

सूत्रों की मानें तो आंगनबाड़ी केंद्रों को शिक्षा विभाग से अलग रखने में भी समस्याएं आ रही हैं। सरकारी स्कूलों में शुरुआती पढ़ाई का तरीका भी ठीक नहीं है। स्कूल में प्रवेश के बाद बच्चे को सीधे क ख ग पढ़ाया जाता है। टीचर्स को लगता है कि बच्चे पहले से सब जानते हैं। जबकि ऐसा नहीं होता है। यही कारण है कि बच्चा पढ़ाई को बोझ समझने लगता है।

सहयोग कर रहे जेडी

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा अभियान के ज्वाइंट डायरेक्टर द्वारा यूनिसेफ के साथ मिलकर सौ प्रतिशत शिक्षा की कवायद शुरु करने का फैसला लिया है। पहले इसे पांच जिलों के पांच ब्लॉक में पायलट प्रॉजेक्ट के तहत चलाया जाएगा, जिनमें मेरठ भी शामिल है।

अभी इस संबंध में एक लेटर तो मिला था। लेकिन पूरी प्लानिंग के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। इसलिए जैसे ही इस बारे में पूरी जानकारी हासिल होगी कार्यक्रम को शुरु कराया जाएगा।

-श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस

विभाग को इस संबंध में जानकारी है, लेकिन अभी ये तय नहीं है कि इस कार्यक्रम को किस डेट से शुरू करना है। डेट तय होते ही कार्यक्रम शुरू होगा।

-एसके गिरी, नगर शिक्षा अधिकारी, बेसिक विभाग