- क्राइम ब्रांच ने सात लुटेरों सहित असलाह किया बरामद

-एक माह से लूट की प्लानिंग कर रहे थे बदमाश

- अभी भी पुलिस को नहीं मिले बंदूक और बॉक्स

 

<- क्राइम ब्रांच ने सात लुटेरों सहित असलाह किया बरामद

-एक माह से लूट की प्लानिंग कर रहे थे बदमाश

- अभी भी पुलिस को नहीं मिले बंदूक और बॉक्स

 

 

Meerut

Meerut: पुलिस के गले की हड्डी बने पराग डेयरी लूट कांड का आखिरकार मंगलवार को खुलासा हो गया। पराग डेयरी के पूर्व कर्मचारियों की मुखबिरी पर डी 7ब् नीरज भाटी गैंग ने इस सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया था। क्राइम ब्रांच व दौराला पुलिस की साझा टीम ने सात लुटेरों सहित फ्क् लाख का कैश व असलाह बरामद किया है।

 

ये है मामला

क्फ् जुलाई को दिनदहाड़े पराग डेयरी के कर्मचारियों से बदमाशों ने हथियारों के बल पर गार्ड से बंदूक व ब्क् लाख का कैश लूट लिया था। बदमाश वारदात को अंजाम देकर अपनी कार वहां छोड़कर फरार हो गए थे। घटना पिछले दो सप्ताह से पुलिस के गले की हड्डी बनी हुई थी।

 

आधा दर्जन टीमें लगी थी

पुलिस के गले की फांस बने केस को खोलने के लिए एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे ने क्राइम ब्रांच व पुलिस की आधा दर्जन टीम लगाई थी, जिन्होने मंगलवार को सफलता हासिल कर ली है।

 

एक माह पहले बना था प्लान

पूछताछ के दौरान गुड्डू ने बताया पराग डेयरी लूट की प्लानिंग एक माह पहले हो गई थी। किन्हीं कारणों के घटना को अंजाम देने में वक्त लग रहा था। जैसे ही पूरी टीम लूट के लिए तैयार हुई। वारदात कर डाली।

 

 

जंगल में फेंकी बंदूक

फरार हुए बदमाशों ने खाली बॉक्स और सिक्योरिटी गार्ड से लूटी बंदूक को रेड़ा बस्ती के जंगल में फेंक दिया था। पुलिस टीम ने सोमवार को रेड़ा बस्ती के जंगल को खंगाला, लेकिन बंदूक और बॉक्स नहीं मिले थे। सभी बदमाश मुजफ्फरनगर से अलग-अलग हो गए थे।

 

जेल में की प्लानिंग

लूट की पटकथा मेरठ जेल में लिखी गई थी। कुख्यात नीरज भाटी जेल में है। बाहर उसके गैंग को लीड उसका गुर्गा गुड्डू पुत्र नत्थन करता है। जो लूट का मुख्य प्लानर भी है। गुड्डू ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि नीरज भाटी ने ही जेल में पराग के कैश के बारे में जानकारी दी थी।

 

की थी रैकी

तेरह जुलाई को सुबह से ही बदमाश गगोल रोड पर पहुंच गए थे। गुड्डू नत्थन ने गांव के जिन नए लड़कों को लगाया गया था। उन पर हथियार की व्यवस्था नहीं होने पर खेतों से ही पेड़ों के डंडे तोड़ लिए थे। कुछ तो हाथों में सरिए लिए हुए थे। वारदात को अंजाम देकर बदमाश सोराना से परतापुर बाइपास पर पहुंचे, जहां से बाइक के रास्ते मुजफ्फरनगर चले गए। वहां पर रकम का बंटवारा होने के बाद अलग-अलग दिशाओं में निकल गए थे।

 

पूर्व कर्मचारियों ने की थी मुखबिरी

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि पराग डेयरी के पूर्व कर्मचारी कालू व उसके साथी जिम्मी ने लूट की मुखबिरी की थी। जिसके आधार पर नत्थन ने साथियों के साथ मिलकर सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। पराग डेयरी में गगोल, रेड़ा बस्ती, सोराना, अछरोड़ा और खेड़ा बलरामपुर समेत दर्जनों गांवों से बड़ी संख्या में कर्मचारी काम करते हैं।

 

सोमवार का दिन चुना

लूट की घटना को अंजाम देने के लिए सोमवार का दिन इसलिए चुना, क्योंकि उस दिन रविवार और सोमवार दो दिन का कैश रहता है।

 

नए गैंग की तैयारी

लूट की घटना का मास्टर मांइड गुड्डू पुत्र नत्थन कपिल व आस मोहम्मद के साथ मिलकर नया गैंग बनाने की तैयारी में था। नए गैंग के सदस्यों के साथ ही उसने लूट की घटना को अंजाम दिया था।

 

गिरफ्तार अभियुक्त

-कपिल पुत्र सूरज निवासी गंगानगर थाना इंचौली

- गुड्डू पुत्र नत्थन निवासी मनोहर पट्टी थाना दौराला

-आस मोहम्मद पुत्र अख्तर निवासी दौराला

- पप्पू पुत्र फूल चंद निवासी तुल्हैड़ा थाना मीरापुर मुजफ्फरनगर

-मोहित पुत्र देवेन्द्र मलिक निवासी गांव सैनी थाना इंचौली

-जिम्मी उर्फ हरजिन्द्र पुत्र शिवरत्‌न निवासी खेड़ा बलरामपुर थाना परतापुर

-संजीव पुत्र देवेन्द्र निवासी गांव सैनी थाना इंचौली

-कालू पुत्र वेदप्रकाश निवासी निवासी खेड़ा बलरामपुर थाना परतापुर

 

 

बरामदगी

- फ्क् लाख रुपए कैश

-ख् पिस्टल बत्तीस बोर मय कारतूस

- भ् तमंचे फ्क्भ् बोर मय कारतूस

- कैश का बक्शा व सूटकेश

 

नहीं मिली बंदूक

पुलिस ने लुटेरे तो पकड़ लिए, लेकिन अभी तक लूटी गई लाइसेंसी बंदूक बरामद नहीं हो पाई है। जो पुलिस के लिए चुनौती है।

 

पत्रकार को मारी थी गोली

लूट की हत्या में अभियुक्त कपिल पुत्र सूरज ने ख्ब् सितंबर ख्0क्भ् को नीरज निराला पत्रकार को गोली मार दी थी। जिसमें वह घायल हो गया था। इसका मुकदमा इंचौली थाने में दर्ज है। तभी से कपिल फरार चल रहा था।