- मेरठ सहित वेस्ट यूपी के सभी अधिवक्ता रहे हड़ताल पर

- सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर सौंपा कमिश्नर को ज्ञापन

Meerut: हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर पिछले 50 वर्षो से प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने बुधवार को भी कचहरी परिसर में प्रदर्शन किया। साथ ही मेरठ सहित वेस्ट यूपी के सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। उन्होंने प्रदेश व केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

50 वर्षो से कर रहे हैं प्रदर्शन

प्रदर्शनकारी अधिवक्ताओं का कहना है कि हाईकोर्ट जाने के लिए वेस्ट यूपी के लोगों को 700 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है, जिससे समय के साथ-साथ आर्थिक हानि भी होती है। अधिवक्ताओं का कहना है कि वह हाईकोर्ट बेंच के लिए पिछले 50 वर्षो से प्रत्येक शनिवार को आंदोलन करते आ रहे हैं। लेकिन किसी सरकार ने अधिवक्ताओं की समस्याओं का समाधान नहीं किया।

दिया ज्ञापन

अधिवक्ताओं कमिश्नर ऑफिस पहुंचकर कमिश्नर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। साथ ही बेंच के लिए फिर से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। इसके अलावा उनका साथ न देने वाली राजनीतिक पार्टियों का चुनाव में बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है

क्या कहना है इनका

बेंच में वेस्ट न होने 80 फीसदी लोगों को न्याय नहीं मिल पाता। क्योंकि हर व्यक्ति इलाहाबाद नहीं जा सकता। इसलिए अपराधियों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।

एडवोकेट रामकुमार शर्मा, पूर्व महामंत्री जिला बार एसोसिएशन

हाईकोर्ट बेंच यदि मेरठ बन जाए तो लोगों को सस्ता और सुलभ न्याय मिलने लगेगा। साथ ही अपराधियों में भय व्याप्त होगा।

एडवोकेट ओपी शर्मा, पूर्व अध्यक्ष मेरठ बार एसोसिएशन

बेंच में वेस्ट में न होने से अधिवक्ता पेशे की ओर से ही युवाओं का मोह खत्म हो गया है। क्योंकि हर युवा चाहता है कि वह हाईकोर्ट में प्रक्टिस करे।

-तरुण ढाका, वरिष्ठ अधिवक्ता