- वर्कलोड और अधिकारियों का व्यवहार थकान का मुख्य कारण

- ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डवलपमेंट रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Meerut: आपने देखा होगा ज्यादातर पुलिसकर्मियों के चेहरे पर सुस्ती छाई रहती है। कई पुलिसकर्मी ड्यूटी दौरान खड़े हुए झपकी मारते रहते हैं। इसका सीधा मतलब है कि उन्हें न तो प्रॉपर नींद मिल पाती है, और न ही उनके प्रति सीनियर अधिकारियों का बर्ताव ठीक रहता है। हाल ही में हुए ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डवलपमेंट रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

थके रहते हैं पुलिसकर्मी

रिपोर्ट के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने माना है कि उनका ड्यूटी करने का मन नहीं करता, इसका सीधा कारण वर्कलोड, नींद पूरी न होना और अधिकारियों का ठीक से बर्ताव न करना है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि उन्हें घर में विशेष आयोजन पर भी छुट्टी नहीं दी जाती है।

मेरठ में हुआ था चेकअप

पिछले दिनों मेरठ पुलिस लाइन में डॉ। राजीव जैन ने लगभग 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों का चेकअप किया था। जिसमें ज्यादातर को शुगर, बीपी, व मानसिक तनाव की बीमारी सामने आई थी।

ये कहती है रिपोर्ट

- 92 फीसदी पुलिस वाले काम के समय मानसिक एवं शारीरिक रूप से थके रहते हैं।

- 74 प्रतिशत का कहना है ज्यादा घंटे करना पड़ता है काम

- 70 प्रतिशत का मानना है कि आपात स्थिति में ज्यादा काम करना

-71 प्रतिशत का कहना है अचानक से शिफ्ट बढ़ना

-62 प्रतिशत का मानना है कि नींद पूरी न होना

-59 प्रतिशत का मानना है सही से खाना न खाना

-50 प्रतिशत परिवार को समय न दे पाना

-45 प्रतिशत का मानना है परिवार से दूर रहना

- 17 प्रतिशत का मानना है कि काम की जगह पर स्वास्थ्य व सोने की व्यवस्था न होना

-70 प्रतिशत कारण सीनियर अफसरों का गलत व्यवहार

पुलिस सीधे पब्लिक से जुड़ी होती है। हर व्यक्ति को पुलिस से अपेक्षा रहती है। इसलिए दिनचर्या व्यवस्थित न रहने से बॉडी पूरा साथ नहीं दे पाती। जिसके चलते पुलिस वाले थकान में ड्यूटी करते हैं।

-डॉ। रवि राणा, वरिष्ठ मनोचिकित्सक

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