- बैंड-बाजा और फूलों से हुआ कमिश्नर का स्वागत

- मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद काटा फीता

Meerut : कमिश्नर आलोक सिन्हा ने रविवार को मेले का उदघाटन किया। बैंडबाजा और फूल मालाओं से कमिश्नर का स्वागत किया गया। मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद फीता काटा। उसके बाद नौचंदी मैदान में लगी सभी मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया। कमिश्नर और मेयर ने गुब्बारे व कबूतर उड़ाकर मेले का शुभारंभ किया। अंत में मां नवचंडी मंदिर में पूजा और बाले मियां की माजार पर जाकर चादर चढ़ाई।

बनाया जाए सामंजस्य

कमिश्नर आलोक सिन्हा ने कहा कि इस ऐतिहासिक मेले को हर वर्ष सफलता पूर्वक चलाने के लिए नगर निगम और जिला पंचायत सामंजस्य बैठाएं। मेले की सफलता के लिए एक दूसरे से सुझाव लें। आलोक सिन्हा ने कहा कि वर्तमान के हाईटेक युग में युवाओं को मेले तक लाने के लिए कुछ नया किया जाना चाहिए, जिससे युवा भी इस ऐतिहासिक मेले को देखने के लिए आएं।

मेले को सफल बनाएं

डीएम पंकज यादव ने कहा कि मेले को सफल बनाने के लिए प्रशासन से जो मदद चाहिए वह की जाएगी। डीएम ने परिवार सहित मेले को देखने के लिए आना का आह्वान किया। एसएसपी दिनेश चंद दूबे ने कहा कि नौचंदी मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। महिला की सुरक्षा के लिए महिला सुरक्षा बल भी लगाया जाएगा।

खूब हुई आतिशबाजी

एक तरफ मंच से अधिकारी मेले का बखान कर रहे थे तो दूसरी तरफ जमकर आतिशबाजी और फूल मालाओं की बारिश की जा रही थी। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त अशोक मिश्र, एसीएम ज्योति रॉय, नगर निगम के मुख्य अभियन्ता केबी वाष्र्णेय, संयुक्त मेला समिति के सदस्य, पार्षद पंकज कतीरा, सेंसरपाल, राष्ट्रीय मंत्री भाजयुमो सोमेंद्र तोमर, भाजयुमो जिलाध्यक्ष रोबिन गुर्जर, क्षेत्रीय मंत्री कमल दत्त शर्मा, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनित शारदा सहित सैंकड़ो लोग मौजूद रहे।

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132 साल पुराना है मेला

मेयर और मेला समिति के अध्यक्ष हरिकांत अहलूवालिया ने बताया कि नौचंदी मेला विभिन्न संस्कृतियों का समागम है। नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि 132 साल पुराना नौचंदी मेला भाईचारे की मिसाल है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा यह मेला है। इसको देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। वहीं एमएलसी सरोजिनी अग्रवाल ने कहा कि एमएलसी सरोजनी अग्रवाल ने कहा कि नौचंदी मेला मेरठ शहर के लिए गौरव की बात है।

नहीं दी कोई जानकारी

बाले मियां की मजार पर जब कमिश्नर, मेयर, डीएम पहुंचे तो वहां के मौलवी ने कहा कि न तो हमें मेले के उद्घाटन का कोई निमंत्रण मिला और न ही आप सभी लोगों के आने की जानकारी दी गई।