केस वन
रचना (काल्पनिक नाम) की शादी कुछ ही महीनों में है। उसका वजन ज्यादा है। इसलिए वो फिट रहने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी कराने के लिए पहुंची है। मोटापे के कारण बीमार भी रहने लगी है। ऐसे में वह शादी से पहले खुद को फिट रखना चाहती है।

केस टू
निकिता (काल्पनिक नाम) की भी शादी तय हो चुकी है। ऐसे में वो भी वजन घटाने की सोच रही है। ऐसे में उसने बैरिएट्रिक सर्जन ने कंसल्ट किया है। ताकि शादी से पहले वो भी सर्जरी करा सके।

मेरठ (ब्यूरो)। लाइफ में शादी का दिन काफी इंपोर्टेंट होता है। इसलिए उस दिन हर कोई अट्रैक्टिव और चार्मिंग दिखना चाहता है। बॉडी फिगर मेंटेन करने के लिए कई तरीके आजमाते हैं। दूल्हा हो या दुल्हन सबकी यही तमन्ना होती है। शादी समारोह में वही सेंट्रल ऑफ अट्रेक्शन रहें। ऐसे में दूल्हा-दुल्हन शादी से पहले चार्मिंग फिगर पाने के लिए कवायद शुरू कर देते हैं। अब शहर के हॉस्पिटल में शादी से पहले मोटापा दूर करने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी का क्रेज बढ़ गया है। अब शादियों के सीजन में दूल्हा हो या दुल्हन सभी अपना मोटापा दूर करने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी का सहारा ले रहे हैं। डॉक्टर्स की मानें तो हर महीने बैरिएट्रिक सर्जरी के 5 से 7 केस आ रहे हैं।

फिट फिगर पाने की चाहत
आजकल सेल्फी, फेसबुक, इंस्टाग्राम युग में अट्रेक्टिव फोटो और फिट रहना हर किसी की चाहत है। चेहरे की सुंदरता के साथ परफेक्ट फिगर के लिए युवाओं में बैरिएट्रिक सर्जरी यानि मोटापे की सर्जरी के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। खासतौर पर शादियों के सीजन से पहले पिछले कुछ सालों में इस सर्जरी की डिमांड में अत्याधिक इजाफा होने लगा है। क्योंकि मोटापे के कारण पहले तो अच्छे रिश्ते मिलने में ही बाधा बन जाती है और यदि रिश्ता हो जाए तो मोटापे के कारण बाद में बच्चे पैदा ना होने से तलाक तक की नौबत आ जाती है। ऐसे में दूल्हा- दुल्हन मेरठ से लेकर दिल्ली तक के सर्जनों के पास बैरिएट्रिक सर्जरी करा रहे हैं।

ऐेसे होती है बैरिएट्रिक सर्जरी
डॉक्टर्स के मुताबिक बैरिएट्रिक सर्जरी में बॉडी से फैट को हटाया जाता है। यह निम्न तरह से होती है।
गैस्ट्रिक बाईपास: इसमें वजन घटाया जाता है। छोटी आंत को बाईपास के निर्माण से फिर से नियंत्रित किया जाता है। इससे खाने की मात्रा कम होती है। साथ ही खाने से कम कैलोरी एब्जॉर्ब करता है।

स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी
इस प्रक्रिया में, पेट के बाएं हिस्से को हटा दिया जाता है, जो भोजन के सेवन को कम करता है। साथ ही भूख न लगने वाले हार्मोन बनाता है।

मिनी गैस्ट्रिक बाईपास
यह प्रक्रिया गैस्ट्रिक बाईपास और स्लीव गैस्ट्रेटोमी का संयोजन है। पेट की एक आस्तीन बनाई जाती है और छोटी आंत के बाईपास से जुड़ी होती है।

इलील ट्रांसपोजिशन
इसमें जेजुनम और पेट के बीच इलियम के अंतिम खंड का अंतर्वेशन शामिल होता है। यह मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है क्योंकि यह रक्त शर्करा को तुरंत नियंत्रित करता है।

सर्जरी क्यों हो रही जरुरी
अत्यधिक मोटे लोगों को फिट रखने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी कराई जाती है। मोटापे के कारण युवतियोंं में बांझपन की समस्या बढ़ती है। वहीं, युवाओं में मोटापे के कारण स्पर्म काउंट कम होने की समस्या सामने आ रही है। ऐसे में शादी के बाद आने वाली इन परेशानियों ने भी शादी से पहले मोटापे की सर्जरी का ट्रेंड बढ़ा दिया है।

मोटापा हो सकता है जानलेवा
40 या उससे अधिक का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) होना जानलेवा होता है।
महिलाओं का बीएमआई 35 या उससे अधिक होने पर बांझपन की संभावना बढ़ जाती है
वहीं पुरुषों में स्पर्म काउंट कम कर देती है
मोटापे से टाइप 2 शुगर या उच्च रक्तचाप हो सकता है
मोटापे के कारण खर्राटे, नींद ना आने की समस्या बढ़ जाती है

दुल्हन अधिक रहा रही सर्जरी
मेरठ में बैरिएट्रिक सर्जरी की सुविधा शुरू हो गई है। डॉक्टर्स की मानें तो हर माह 3 से 4 केस आ रहे हैं। नवंबर में शादी के सहगल से पहले एक माह में 5 से 7 केस बुक हो चुके हैं। इनमें लड़कियोंं की संख्या अधिक हैं, जिनकी शादी दिसंबर व जनवरी माह में है।

बैरिएट्रिक सर्जरी की जानकारी आमतौर पर लोगों को अधिक नही है। हालांकि, अब मेरठ में इस सर्जरी की डिमांड बढऩे लगी है। अब शादियों का सीजन शुरु हो चुका है। एक माह में 7 से 8 सर्जरी बुक हो चुकी हैं। इन युवतियों की शादी होने वाली है।
डॉ। ऋषि सिंघल, बैरिएट्रिक सर्जन