2016 के बाद पांच साल में हो रही टीजीटी की सबसे बड़ी भर्ती

40 हजार से अधिक स्टूडेंट हैं सीसीएसयू में इस अवधि के

- 80 फीसदी छात्रों की मार्कशीट रुकी है माइग्रेशन फीस जमा न होने से

- 18 हजार स्टूडेंट की मार्कशीट डिटेंड श्रेणी में है बीएड सत्र 2018 -20 की

- सीसीएसयू में मार्कशीट सही करने के लिए बनाया गया स्पेशल काउंटर

- 24 घंटे में छात्रों को दी जा रही मार्कशीट

Meerut । प्रदेशभर के एडेड इंटर कॉलेजों में प्रशिक्षित स्नातक टीजीटी के 12 हजार 603 पदों पर भर्ती प्रक्रिया के बाद बीएड की मार्कशीट सही कराने के लिए सीसीएसयू पहुंच रहे हैं। वहीं स्टूडेंट इसके लिए अप्लाई कर रहे हैं। ऐसे में अब स्टूडेंट की बढ़ती समस्या को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने विशेष काउंटर बना दिया है। जहां पर स्टूडेंट अधिकतम 24 घंटों में मार्कशीट दी जाएगी।

खोला काउंटर

बता दें कि सीसीएसयू ने गोपनीय विभाग में स्टूडेंट की सुविधा के लिए बीएड काउंटर भी खोल दिया है। असिस्टेंट रजिस्ट्रार को गोपनीय व परीक्षा दोनों ही व्यवस्था बनाने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों नामित करने की छूट दी गई है। वो कर्मचारियों की ड्यूटी लगा सकते हैं, लेकिन निर्धारित अवधि के तहत ही स्टूडेंट को 24 घंटे में मार्कशीट देनी होगी। अन्यथा इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी।

40 हजार की फंसी मार्कशीट

गौरतलब है कि टीजीटी में आवेदन के लिए बीएड पास होना जरुरी है। साल 2016 के बाद पांच साल में टीजीटी की यह सबसे बड़ी भर्ती होने जा रही है, लेकिन इस अवधि में यूनिवर्सिटी में बीएड के 40 हजार से अधिक स्टूडेंट हैं जिनकी मार्कशीट ही जारी नहीं हो पाई है। माइग्रेशन फीस जमा न होने से 80 फीसदी मार्कशीट रुकी है। बाकी मार्कशीट यूजी या पीजी के प्रमाणपत्र, नाम में गलतियों की वजह से लंबित है। बीएड सत्र 2018 -20 ही 18 हजार स्टूडेंट की मार्कशीट डिटेंड श्रेणी में है। स्टूडेंट ने समय रहते इन्हें सही नहीं कराया तो जैसे ही टीजीटी विज्ञान जारी हुआ तो अब कैम्पस में लगातार इसको लेकर आवेदन आने लगे है। कैम्पस में प्रदेश के पहुंचने वाले विभिन्न जिलों के साथ साथ प्रदेश बिहार दिल्ली, हरियाणा के भी स्टूडेंट है।

हुई विशेष व्यवस्था

रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने स्टूडेंट की दिक्कतों के समाधान के लिए विशेष व्यवस्था की है। बीएड सेल रिपेार्ट में लगातार स्टूडेंट के आवेदन आ रहे है। उसको देखते हुए तत्काल प्रत्यावेदन पर गोपनीय के पटल प्रभारी को भेजा जा रहा है। और अगले 24 घंटे में उनको हर हाल में मार्कशीट सुनिश्चित करवानी होगी, अगर इसमें कोई लापरवाही दिखाता है तो संबंधित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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हेडिंग- यूजी-पीजी की परीक्षा छह अप्रैल से

-विवि ने परीक्षा का कार्यक्रम वेबसाइट पर भी अपलोड किया

जेएनएन मेरठ : चौधरी चरण सिंह विवि परिसर में संचालित स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों की परीक्षा छह अप्रैल से शुरू हो रही हैं। गुरुवार को विवि ने परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया। छात्र-छात्राएं विवि की वेबसाइट पर परीक्षा कार्यक्रम देख सकते हैं। विवि के वरिष्ठ केंद्र अधीक्षक प्रो। पीके शर्मा ने बताया कि सभी परीक्षाएं राजेश पायलट स्पो‌र्ट्स हास्टल की बिल्डिंग में होंगी। विवि परिसर में स्नातक स्तर पर बीए आनर्स ¨हदी, बीए आनर्स अर्थशास्त्र, बीएससी आनर्स कंप्यूटर साइंस, बीएससी आनर्स केमिस्ट्री, बीकाम आनर्स पाठ्यक्रम की प्रथम सेमेस्टर मुख्य, बैक पेपर और भूतपूर्व छात्र, विषम सेमेस्टर की परीक्षा होंगी। इन सभी कोर्स की परीक्षा तीसरी पाली में शाम तीन बजे से छह बजे के बीच कराई जाएगी। छह अप्रैल, आठ अप्रैल, 10 अप्रैल, 13 अप्रैल, 15 अप्रैल को यह परीक्षा होगी। उधर, परिसर में संचालित सेल्फ फाइनेंस योजना के तहत संचालित परास्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम की परीक्षा भी छह अप्रैल से शुरू हो रही हैं। ये परीक्षा पहली पाली में सुबह 10 बजे से एक बजे के बीच होगी। परिसर में पीजी में जिन कोर्स की परीक्षा कराई जाएगी। उसमें एमएफए, एमपीए, एमएसडब्ल्यू, एमएससी एजी फूड साइंस एंड टेक्नोलाजी, एमएससी एजी सीड साइंस टेक्नोलाजी, एमएससी पालीमर साइंस, एमएससी एप्लाइड माइक्रोबायोलाजी, एमएससी मेडिकल माइक्रोबायोलाजी, एमएससी एनवायरमेंटल साइंस, एमए, एमएससी योगिक साइंस पाठ्यक्रम शामिल हैं। इन कोर्स में केवल प्रथम सेमेस्टर मुख्य, बैक, भूतपूर्व छात्रों विषम सेमेस्टर की परीक्षा होगी। छह अप्रैल से 12 अप्रैल तक परीक्षा चलेगी।

एमए संस्कृत की परीक्षा आठ को

विवि परिसर में सीबीसीएस के तहत संचालित एमए संस्कृत तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा आठ अप्रैल को सुबह 10 बजे से एक बजे के बीच होगी। यह परीक्षा भी परिसर में राजेश पायलट स्पो‌र्ट्स बिल्डिंग में कराई जाएगी।