- मेडिकल कॉलेज में यूपी ऑर्थोकॉन संपन्न, तीन दिन में 180 से ज्यादा पढ़े गए शोधपत्र, हड्डी रोगों के निदान की दिखी राह

Meerut : मेडिकल कॉलेज में यूपी ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन की 40वीं एनुअल कांफे्रंस रविवार को संपन्न हो गई। देशभर से आए दर्जनों विशेषज्ञों ने चार हालों में प्रजेंटेशन दिया। पहले दिन लाइव सर्जरी व नई तकनीकों पर फोकस किया गया, जबकि शेष दोनों दिन शोधपत्रों को भी पढ़ा गया। डॉक्टर्स को उनके क्षेत्रों में बेहतर काम करने के लिए गोल्ड मेडल दिया गया। मेडिकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ। ज्ञानेश्वर टांक को बेसिक साइंस में स्वर्ण पदक मिला।

रोगों के निदान की खुली राह

तीन दिन तक चले ऑर्थोकॉन में देशभर से विशेषज्ञों ने शिकरत की। पहले दिन चीफ गेस्ट इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के प्रेसीडेंट प्रो। सुधीर कपूर ने आगाज करते हुए उम्मीद जताई थी कि यहां से निदान की तमाम राहें खुलेंगी। अगले दोनों दिनों तक बड़ी संख्या में डॉक्टरों ने अपनी स्टडी रिपोर्ट पेशकर बताया कि आने वाले दिनों में तमाम रोग पूरी तरह साध्य होंगे।

चार डॉक्टरों को मिला गोल्ड

मेडिकल कालेज में ऑर्थोकान के अंतिम दिन डॉ। अमित कुमार, डॉ। जमाल अशरफ, डॉ। विनीत व डॉ। ज्ञानेश्वर टांक को गोल्ड मेडल मिला। मुंबई से आए डॉ। अमित असगोनकर ने टूटी हड्डी जोड़ने व इसके इलाज में होने वाले कांप्लीकेशन पर जानकारी दी। एम्स ऋषिकेश की डॉ। शोभा अरोड़ा ने बच्चों के टेढ़े पड़ जाने वाले हाथ-पांव के इलाज पर जानकारी दी। वाराणसी से आए डॉ। अमरजीत ने स्पो‌र्ट्स इंजरी में दूरबीन विधि से आपरेशन व उपचार के बारे में बताया। आयोजन सचिव डॉ। परवेज अहमद ने बताया कि वर्कशॉप पूरी तरह सफल और ज्ञानवर्धक रही।