नई जगह और मानक पूरे करने में जुटे पार्किंग ठेकेदार

मानकों को पूरा करना ठेकेदारों के लिए बना मुश्किलों भरा काम

Meerut। अधूरे मानकों पर शहर में संचालित हो रही नगर निगम की पार्किंग शासन के आदेश के बाद बंद कर दी गई। लेकिन इन पार्किंग के बंद होने से आम लोगों की समस्याएं बढ़ने लगी हैं। सोमवार को शहर के बाजारों में वाहन खड़ा करने के लिए लोग जगह की तलाश करते दिखे जगह मिली भी लेकिन वाहन की सिक्योरिटी नही मिली।

खाली रहे पार्किंग स्थल

गौरतलब है कि निगम की कार्रवाई के बाद सोमवार को शहर में अधिकतर पार्किंग स्थल खाली रहे। वहीं, शहर में जगह-जगह लोग सड़क किनारे अपने वाहन खड़ा करके शॉपिंग करते रहे। कुल मिलाकर शहर में पार्किंग बंद होने से वाहनों के अतिक्रमण और जाम की समस्या बढ़ने लगी है। वहीं दूसरी तरफ पार्किंग ठेकेदारों के लिए मानकों को पूरा करना भी मुसीबत बन गया है।

शासनादेश ने बढ़ा दी परेशानी

पाìकग को लेकर गत सप्ताह आए शासनादेश में कहा गया था कि मूलभूत सुविधाओं के बिना पाìकग संचालित नही होगी। सभी मानक पूरे करने के बाद उनसे संबंधी प्रमाण पत्र नगर आयुक्त को देनी होगी तब पार्किंग संचालन हो सकेगा।

14 पार्किंग हुई बंद

ऐसे में शहर में नगर निगम द्वारा संचालित 17 में 14 पार्किंग बंद करा दी गई। ऐसे में सिर्फ तीन पार्किंग शहर में इस समय संचालित हो रही हैं। इनमें सूरजकुंड पार्क के सामने, बेगमपुल चौराहे के समीप दयानंद हास्पिटल के सामने आबूनाला के कवर्ड एरिया की पाìकग और तिलक हॉल पुस्तकालय एवं वाचनालय घंटाघर की पाìकग शामिल है। इससे शहर के लोगों के लिए वाहन सुरक्षित पार्क करने की समस्या बढ़ गई है।

यह मानक करने होंगे पूरे

पाìकग स्थलों के पास शौचालय, पीने के पानी के इंतजाम होने चाहिए

पार्किंग स्थल पर शैडो होना चाहिए। इसके लिए ठेकेदारों को पार्किंग स्थल पर शेड बनानी होगी।

पाìकग स्थल पर पार्किंग शुल्क की सूची लिखी होनी चाहिए

इसके साथ ही नगर निगम के उत्तरदायी अधिकारी का नाम, पदनाम व मोबाइल नंबर का बोर्ड लगाना होगा।

नगर निगम क्षेत्र में केवल इन्हीं पाìकग स्थलों पर वाहन खड़े करने पर शुल्क लगेगा।

ये पाìकग स्थल सड़क पटरी पर नहीं हैं।

अवैध पार्किंग की दें सूचना

हेल्पलाइन नंबर

18001803090,

18001805090

दें सूचना

0121-240060

मानक पूरे करने के लिए हमने पार्किंग संचालकों को आदेश दे दिया है। इन मानकों के सत्यापन के बाद ही पार्किंग का संचालन होगा। इसके लिए खुद नगर निगम भी लगातार जगह के विकल्प उपलब्ध करा रहा है।

इंद्र विजय, सहायक नगरायुक्त