-टीचर भी नहीं गए स्कूल, घर से नहीं निकले लोग
-तेंदुए के पकड़े जाने पर लोगों ने राहत की सांस
Meerut : तेंदुए का खौफ लोगों को तीन दिन तक सताता रहा। लोगों को घर से निकलने में डर लग रहा था। कोई स्कूल नहीं गया तो कोई सब्जी बेचने नहीं गया। तेंदुए के पकड़े जाने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
तेंदुए के डर से तीन दिन तक मैं सब्जी बेचने के लिए नहीं गया। जब तेंदुआ कैंट अस्पताल से फाजलपुर तक पहुंच सकता है तो वह कहीं पर आ सकता है। इसीलिए तीन दिन से सब्जी बेचने के लिए नहीं गया।
-राकेश, लालकुर्ती
मंगलवार को जब पता कि तेंदुआ फाजलपुर सेना की बिल्डिंग में आ गया है तो बहुत डर लगा। कैंट अस्पताल से ऐसे कैसे तेंदुआ आ गया और किसी को पता तक नहीं चला। दो दिन से घर से नहीं निकले हैं।
-काजू शर्मा, फाजलपुर
बीते दो साल में दूसरी बार शहर में तेंदुआ आया है। कई दिनो तक पकड़ा नहीं जाता है। लोग डरे हुए थे। कहीं यहां पर न आ जाए। हमने तो घर वालों से कहा दिया था कहीं आने जाने की जरूरत नहीं है। जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता है।
-नरेश, फाजलपुर
तेंदुआ के डर से डीएम ने अच्छा किया कि स्कूलों की छुट्टी कर दी। उस दिन जैसे ही पता चला कि शहर में तेंदुआ आ गया है। तो एक बार तो सांस सी रूक गई थी। स्कूल की छुट्टी होने पर डरते घर पहुंचे।
-प्रीति, लालकुर्ती
अच्छा हुआ तेंदुआ पकड़ा गया। तीन दिन से काफी डरे हुए थे। घरवालों ने कहीं पर जाने से मना कर दिया था। दो दिन से कॉलेज तक नहीं गई हूं। कैंट में तो एक तरह से सन्नाटा सा हो गया था।
-श्वेता, लालकुर्ती
किसी काम से आबूलेन पर गई थी। जब पता चला कि यहां पर तेंदुआ आ गया है तो तुरंत ही घर वापस आ गई। अस्पताल से फाजलपुर पहुंच गया। कहीं भी आने जाने में डर लग रहा है। कहीं तेंदुआ न आ जाए।
-विनिता, लालकुर्ती