अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे बैंककर्मी

सरकार के खिलाफ नाराज कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

Meerut। अपनी 12 सूत्रीय मांगों के लिए शुक्रवार को बैंकों की नौ यूनियन ने देशव्यापी हड़ताल छेड़ दी है। इस दौरान बैंकों के सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारियों ने एसबीआई के जोनल ऑफिस और मॉल रोड स्थित इलाहाबाद बैंक के बाहर सड़क पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सरकारी बैंकों की हड़ताल की वजह से लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा ।

ये हैं मुख्य मांगें

पांच दिवसीय बैंकिंग

नया वेतन समझौता

बैंकों का विलय

1 अगस्त 2017 से देय वेतन पुनर्निर्धारण,

नेशनल पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को लागू करना

11वां वेतन समझौता तुरंत किया जाएं

बैंक में खाली पदों पर तुरंत भर्ती हो

बैंकों के विलय पर रोक

मजदूरों के राष्ट्रीय सम्मेलन के मांग पत्र का समर्थन

कर्मचारियों में है नाराजगी

इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के सचिव ललित कुमार शर्मा ने बताया कि हड़ताल का असर पूरी तरह से रहा। अपनी मांगों को लेकर सभी बैंक कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो आगे अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी।

आज हड़ताल, कल रविवार

शुक्रवार को हुई परेशानी के बाद शनिवार को भी बैंकों की हड़ताल जारी रहेगी। कार्य पूरी तरह से ठप रहेगा। शनिवार को हड़ताल के बाद दो फरवरी को रविवार के कारण बैंक बंद रहेंगे। इसके कारण लोगों के लिए परेशानी उठानी पड़ सकती है। बैंक बंद रहने से सीडीएम और एटीएम की भी परीक्षा होगी।

इनका है कहना

होम लोन अप्लाई कर रखा है। बैंक बंद होने की वजह से काम लटक गया है.जो काम एक दिन का था अब उसके लिए तीन दिन इंतजार करना पड़ेगा।

मनोज

बिजनेस डील की ट्रांजेक्शन रूक गई हैं। काम पर असर पडे़गा। दो दिन तक लेनदेन नहीं कर पाएंगे।

ज्ञानेंद्र

बैंक बंद होने से काफी नुकसान हो जाता है। कुछ लिमिट तक ही ऑनलाइन ट्रंाजेक्शन की जा सकती है। एटीएम भी खाली होने लगे हैं।

सचिन