-गन्ना भुगतान नहीं होने से नाराज हैं किसान

-तहसील गेट पर कर रहे थे पुतला फूंकने की कोशिश

Mawana : तहसील में धरनारत किसानों द्वारा सीएम अखिलेश यादव का पुतला फूंके जाने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तहसील पहुंचकर पुतला छीन लिया। इस दौरान किसानों से धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस ने चार किसानों को हिरासत में लिया है।

16 महीनों से धरना

तहसील परिसर में किसान मजदूर उत्थान मोर्चा के बैनर तले गन्ना भुगतान को लेकर पिछले 16 महीनों से धरना चल रहा है। मोर्चा अध्यक्ष शौकीन गुर्जर लगातार शासन-प्रशासन को भुगतान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने 11 अप्रैल को सामुहिक आत्मदाह की चेतावनी भी दी है।

पुतला लेकर पहुंचे

शनिवार को किसान नेता शौकीन गुर्जर के नेतृत्व में किसान तहसील गेट पर एकत्र हुए और मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की कोशिश की। इससे पहले कि किसान पुतले को आग के हवाले करते, इंस्पेक्टर सुधीर कुमार मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। किसानों से धक्कामुक्की करते हुए पुलिस ने सीएम का पुतला छीन लिया और शौकीन गुर्जर, देव शर्मा, राजबीर, भोपाल को हिरासत में ले लिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जानकारी डीएम मेरठ को दे दी गई है। अधिकारियों को निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।

अपने देश में गुलाम

किसान नेता शौकीन गुर्जर ने कहा कि अंग्रेजों से तो हमारे देश को आजादी मिल गई, लेकिन आजकल के माहौल को देखकर लगता है कि हम अपने देश में ही गुलाम बन गए हैं। बस चेहरे का फर्क है, शासन करने का तरीका अंग्रेजों वाला ही है। उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो पुलिस जेल में डाल देती है। जबकि हजारों किसानों के खून पसीने की कमाई पर मिल मालिक और अधिकारी ऐश ले रहे हैं। उनके ऐश में शासन-प्रशासन के लोग भी बराबर के हिस्सेदार हैं। सिर्फ मिल मालिकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर किसानों को झूठी तसल्ली दी जा रही है। कुछ घंटे मिल मालिक को हवालात में डाल दो, किसानों का भुगतान तुरंत हो जाएगा। किसान नेता ने कहा कि चाहे पुलिस उसे सूली पर लटका दे, वह आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।