-इंस्पेक्टर सुनील कुमार पचौरी को सौंपी कमान

Mawana : हस्तिनापुर ब्लॉक के गांव करीमपुर में बीती 17 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय में सपाइयों ने बूथ पर कब्जा कर जमकर मतपेटियां भर दी थी। इसकी सूचना पर डीएम, एसएसपी समेत तमाम अधिकारी पहुंचे। प्रेक्षक कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लेकर आयोग को रिपोर्ट भेजी। पीठासीन अधिकारी की ओर से तीन अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिनमें से मौके पर ही दस युवकों को हिरासत में ले लिया गया था।

यह है मामला

वार्ड 2 से सपा छात्र सभा प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान जिला पंचायत सदस्य पद की उम्मीदवार है। दिन भर बूथ कैप्च¨रग की अफवाह भी उड़ी, और कई जगहों पर अतुल समर्थक गाड़यिों में भरकर पहुंचे और बूथ कब्जाने का प्रयास किया था। मगर ग्रामीणों के विरोध के चलते सफल नहीं हो पाए थे और उनके पांव उखड़ गए थे। बताया गया था कि मगर दोपहर बाद करीब सवा चार बजे खुद अतुल प्रधान अपने समर्थकों के साथ करीमपुर गांव के विद्यालय में बूथ नंबर 50 और 51 पर पहुंचे। पीठासीन अधिकारी समेत सभी को बाहर कर बैलेट पेपर कब्जा कर ठप्पे बाजी कर मत पेटी भर दी थी।

मौके पर पहुंचे थे एसओ

सूचना पर एसओ बहसूमा राम रतन सिंह, जोनल, सैक्टर मजिस्ट्रेट पहुंचे और हंगामा होने पर दस पो¨लग एजेंटों को हिरासत में लेकर थाने ले आए। सूचना पर डीएम पंकज यादव ओर कप्तान डीसी दुबे भी थाने पहुंचे और हिरासत में लिये गये सभी से एक कए कर पूछताछ की। पीठासीन अधिकारी प्रदीप कुमार से भी पूछताछ की। मामला बिगड़ता देख डीएम ने पीठासीन अधिकारी से तहरीर दिलाकर अपने सामने रात में ही रिपोर्ट दर्ज करा कर मामले की जांच एसपी देहात को सौंपी थी। आयोग ने गड़बड़ी की रिपोर्ट पर 29 अक्टूबर को दोबारा मतदान कराने के निर्देश दिये। सोमवार को आयोग ने एसओ राम रतन यादव को हटा दिया और उनके स्थान पर इंस्पेक्टर सुनील कुमार चौरसिया को थाने की कमान सौंपी।