- सी सीरिज में बदले हुए सवाल देख हुए परेशान

- टीजीटी परीक्षा ने छुड़ाए परीक्षार्थियों के पसीने

- पेपर के बीच से कई सवाल भी गायब

- पांच साल बाद हुई पीजीटी-टीजीटी परीक्षा का बना मजाक

Meerut- पांच साल से जिस पीजीटी व टीजीटी परीक्षा का परीक्षार्थियों को बेसब्री से इंतजार था। आखिरकार वो परीक्षा हो तो गई, लेकिन यह परीक्षा परीक्षार्थियों के लिए मजाक बनकर रह गई। दोनों परीक्षाओं में आई बड़ी खामियां और प्रश्न पत्र सेट करने में एक्सप‌र्ट्स की रही चूक ने परीक्षार्थियों का प्रवक्ता बनने का सपना चूर कर दिया।

प्रवक्ता पद के लिए हुई परीक्षा

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से शहर के 24 केंद्रों पर प्रवक्ता पद के लिए टीजीटी परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में कई खामियां पाई गई। जिसकी वजह से छात्रों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। वहीं फिजिकल एजुकेशन की परीक्षा में छात्रों से साइंस के ही सवाल पूछ लिए गए। जिससे साफ जाहिर होता है कि पांच साल के लंबे इंतजार के बाद हुई परीक्षा में एक्सपर्ट की खामियों ने परीक्षा का मजाक बनवा दिया है। दोनों ही पालियों में हुई परीक्षा में 40 प्रतिशत से अधिक छात्र परीक्षा देने नहीं आए। वहीं पेपरों में प्रश्न गायब होने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा।

20 प्रतिशत से अधिक गायब

वहीं सुबह की पाली में प्रवेश को लेकर कई केंद्रों पर हंगामा भी हुआ। क्योंकि छात्रों के प्रवेश पत्रों पर केंद्रों का सही पता दर्ज न होने की वजह से छात्रों को काफी देर इधर-उधर भटकना पड़ा। सुबह की पाली में 20 फीसदी से अधिक अभ्यार्थी गायब रहे। जबकि दूसरी पाली में यह आंकड़ा 20 के पार पहुंच गया। दो पालियों में आहुत हुई परीक्षा में 22 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए। पहली पाली सुबह 10 से 12 बजे तक कराई गई। जिसमें 10 हजार 94 परीक्षार्थियों में से केवल 7 हजार 92 छात्र ही परीक्षा देने पहुंचे, जबकि 5 हजार 702 छात्रों ने परीक्षा से किनारा किया। वहीं दूसरी पाली में 10 हजार 246 छात्र पंजीकृत थे। जिसमें 6 हजार 258 छात्र ही परीक्षा देने पहुंचे और 9 हजार 988 छात्र अनुपस्थित रहे।

साफ्टवेयर की गलती

माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की ओर से आयोजित की गई पीजीटी परीक्षा में छात्रों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा। जहां एक ओर अभ्यार्थियों को सेंटर तलाशने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर प्रश्नपत्रों में आई खामियों ने भी छात्रों को काफी परेशान किया। टीजीटी परीक्षा में फिजिकल एजुकेशन के प्रश्नपत्र में साइंस के सवाल छात्रों से पूछे गए। यह सवाल सी सिरीज से जुड़े हुए थे। इन प्रश्नों को परीक्षार्थी हल नहीं कर पाए।

गलतियों से सराबोर रहे पेपर

पहली पाली में हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान के पेपर रहे। इन पेपर में अभ्यर्थियों का दिमाग घूम गया। अधिकांश पेपरों में सवाल गलत आए। जिसको लेकर अभ्यार्थियों ने नाराजगी जाहिर की। शाम की पाली में फिजिकल एजुकेशन के प्रश्नपत्र को लेकर अभ्यार्थी काफी परेशान हुए। डीआईओएस श्रवण कुमार यादव का कहना है कि गलती पेपर में आई है। इसमें विभाग की कोई कमी नहीं है। विभाग को इसकी जानकारी दे दी जाएगी।