मेरठ ब्यूरो। कैंप का आरम्भ प्रार्थना के साथ किया गया। इसके बाद प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के 510 बच्चों ने भाग लिया। मौके पर स्टूडेंट्स ने विभिन्न राज्यों की पोशाक पहनकर वहां के व्यंजन बनाकर रोमांचक तरीके से पेश किए। वहीं उन्होनें विभिन्न राज्यों के लोकगीतों पर खूबसूरत प्रस्तुतियां देकर प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कैम्प प्रभारी के साथ कैप्टन दीपशिखा ने बच्चों को विभिन्न गतिविधियां करवाई।

कई टिप्स दिए

स्काउट गाइड कैम्प में स्टूडेंट्स ने प्राथमिक चिकित्सा, गांठ बांधना, आपातकालीन स्थिति से कैसे बचाए आदि सीखा। वहीं विभिन्न नाटक -नाटिकाओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न संदेश जैसे भू्रण हत्या, बाल विवाह, हमारे कत्र्तव्य कितने जरुरी जैसे विषयों के बारे में जानकारी दी।मौके पर अंकुर सिंह सैनी ने बताया कि स्काउट एवं गाइड अनुशासित रहकर किसी भी परिस्थिति में दूसरों की सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। वे मन, वचन व कर्म से शुद्ध रहकर सच्ची निष्ठा से कत्र्तव्य पूरा करता है। उन्होनें कहा कि स्टूडेंट्स में अनुशासन व सौहार्द की भावना का विकास करने के लिए स्काउट गाइड कैम्प का आयोजन किया जाता रहना चाहिए। प्रिंसिपल डॉ। अनुपमा सक्सेना ने स्टूडेंट्स द्वारा स्काउट एवं गाइड शिविर में किए गए प्रदर्शन की सराहना की।

स्काउट-गाइड की सराहना की

उन्होनें स्टूडेंट्स को बताया कि स्काउट एवं गाइड का उद्देश्य नवयुवकों को शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक क्षमताओं का विकास करना होता है। स्काउट गाइड हमें जीवन जीने का सही तरीका बताने में सहायक है, मुश्किलों का सामना करना भी सिखाता है। अंत में प्रिंसिपल डॉ। अनुपमा ने अतिथि को प्रतीक चिंह देकर सम्मानित किया। इसके बाद वाइस प्रिंसिपल डॉ। वाग्मिता त्यागी ने भी स्काउट गाइड का हमारे जीवन में क्या महत्व है बताया। प्रोग्राम में प्रतिभा शर्मा, अभिषेक माथुर, अंकित चौधरी, अनुभव सिंह, आंचल चौधरी आदि मौजूद रहे।