- बसों में सीट के लिए परेशान रहीं महिलाएं
- लोकल सिटी बस सेवा बंद होने से बढ़ी परेशानी
मेरठ। मुख्यमंत्री की फ्री बस सेवा और रोडवेज की बसों के फेरे बढ़ाने के बाद भी यात्रियों में मारामारी रही। बहनों को अपने भाइयों तक पहुंचने के लिए बसों में सीट पाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक बुरी हालत देहात रूटों की थी। वहीं लंबी दूरी की बसों में भी केवल आसपास के जिलों के यात्रियों की ही भरमार रही।
बस अड्डों पर उमड़ी भीड़
सवेरे से ही बस स्टैंड पर महिलाओं की भारी भीड़ आनी शुरू हो गई थी। भैंसाली डिपो पर दिल्ली और सहारनपुर जाने वाली बसों के लिए सबसे अधिक मारामारी रही। वहीं सोहराबगेट से बुलंदशहर, गढ़मुक्तेश्वर और आगरा के लिए बसें फुल रहीं। वहीं देहात रूट पर चलने वाली बसें भी सुबह से शाम तक पूरी तरह फुल रहीं।
यात्रियों में हुआ इजाफा
आम दिनों में भैंसाली डिपो और सोहराबगेट से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या सवा लाख के करीब रहती है। लेकिन मुख्यमंत्री की फ्री यात्रा की घोषणा के बाद इस बार बसों में यात्रा करने वाली महिला यात्रियों व उनके परिवारजनों की संख्या में भारी इजाफा रहा। सभी बसों में करीब 70 प्रतिशत महिलाओं की संख्या रही। अकेले भैंसाली डिपो से ही करीब 1.12 लाख यात्रियों ने सोमवार को रोडवेज की सेवा का उपयोग किया। वहीं सोहराबगेट पर 45 से 50 हजार यात्रियों ने सफर किया।
सिटी बसों ने बढ़ाई परेशानी
फ्री बस सेवा के चलते रक्षाबंधन के दिन महानगर बस सेवा पूरी दिन बंद रही। लोकल सिटी बसें बंद होने से बहनों की परेशानी अधिक बढ़ गई। शहर का यातायात पूरी तरह से ई रिक्शा और आटो के हवाले रहा। ई रिक्शा चालकों ने भी मनमाने ढंग से दुगने तिगुने दाम पर बहनों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया।
बसों की व्यवस्था पूरी तरह से सुचारू रही। हालांकि भीड़ के कारण बहनों का कुछ परेशानी हुई लेकिन सभी रूटों पर बसें उपलब्ध रहीं।
- एस के बनर्जी, आरएम रोडवेज
फ्री की घोषणा के कारण इस बार अधिक भीड़ रही है। कुछ रुटों पर बसें भी कम थी जिस कारण लोगों को काफी परेशानी हुई है।
- रजनी
गढमुक्तेश्वर जाने के लिए आधा-आधा घंटे तक बस नही है। जो बस आ रही हैं उनमें पहले से काफी भीड़ हैं। ऐसे में बसों में सीट मिलना काफी मुश्किल रहा।
- सोनम
लखनऊ जाने के लिए एसी बस में टिकट बुक कराना था, लेकिन बस में पहले से ही सीट बुक थी। रोडवेज की एसी बसों की सीटों परं भी फ्री यात्रा करने वालों ने कब्जा किया हुआ था।
- माला राणा
मुरादाबाद जाने के लिए डायरेक्ट बसों की बहुत कमी रही। केवल बरेली व लखनऊ की बसें की डिपो पर थी लेकिन उनमें भी काफी भीड़ रही। ऐसे में कई यात्रियों को तो खडे़ होकर यात्रा करनी पड़ी।
-कल्पना