आर्टीलरी की मारक क्षमता विकसित करने के साथ ही बड़ा बदलाव कर रही है भारतीय सेना

Meerut। भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ष 1971 में हुए युद्ध में हुसैनीवाला का हीरो रही सेना की साइलेंसर्स फील्ड रेजिमेंट ने बुधवार को स्थापना की स्वर्ण जयंती मनाई। रेजिमेंट के गठन के 50 वर्ष तो एक जनवरी 2019 को ही हो गया था लेकिन फील्ड में महत्वपूर्ण तैनाती के कारण इस साल 51वें स्थापना दिवस के साथ ही स्वर्ण जयंती मनाई गई। चार दिनों तक चले स्वर्ण जयंती समारोह में रेजिमेंट के पुराने अफसरों और सैनिकों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। बुधवार को रेजिमेंट ने अपनी वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और विशेष सैनिक सम्मेलन में रेजिमेंट के पूर्वजों ने नई पीढ़ी में नए जोश का संचार किया।

मौजूद रहे सीनियर्स

विशेष सैनिक सम्मेलन को रेजिमेंट के सीनियर मोस्ट सर्विग कमान अधिकारी मेजर जनरल विनय धीमन संबोधित किया। इस अवसर पर रेजिमेंट के ही छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केएम सेठ, सेना के डिप्टी चीफ रहे ले। जनरल सीबी विजन, ब्रिगेडियर केवी सांडिल, ब्रिगेडियर एसके कौशिक, शौर्य चक्र से सम्मानित कर्नल वीएस गुलेरिया, पूर्व कमान अधिकारी कर्नल वीके सिंह, कर्नल जोगिंदर सिंह, कर्नल आइके बेदी, हुसैनीवाला युद्ध के हीरो रहे कर्नल डीके शर्मा, कारगिल युद्ध में शामिल रहे कैप्टन अखिलेष सक्सेना आदि उपस्थित रहे। शाम को मेस में आयोजित डिनर में छावनी में कार्यरत वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम का हिस्सा बने।